ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस मे तीन दिवसीय योग तपस्या
Positive thinking is necessary to change values: Rajyogi Hargobind: भोपाल. राजधानी भोपाल के नर्मदापुरम रोड स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सेवा केन्द्र ब्लेसिंग हाउस में तीन दिवसीय योग तपस्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजयोग साधकों के अंदर श्रेष्ठ संस्कार जागृत करने के उद्देश्य से आयोजित कार्यक्रम में माउंट आबू से आए राजयोगी हरगोविंद भाई ने संस्कार बदलाव की अनेक विधियां बताईं। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक योग सत्र आयोजित किया गया। कार्यक्रम सुबह 7 बजे ज्ञान मुरली क्लास के साथ शुरू हुआ। इसके बाद विभिन्न योग सत्रों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम के दौरान अनेक विषयों पर प्रवचन और योग अनुभूति सत्र आयोजित किए गए।
तीन तरह के तिलक से किया स्वागत
सत्र के सभी प्रशिक्षणार्थियों का तीन तरह के तिलक लगाकर स्वागत किया गया। ये तीन तरह के तिलक आत्मा, परमात्मा और सृष्टि चक्र की स्मृति के प्रतीक हैं।
फूल की खुशबू की तरह अच्छी बातों को ही अपने अंदर समाना है
राजयोगी हरगोविंद भाई ने गुलाब के फूल का उदाहरण देते हुए बताया कि जीवन में हमें खुशबूदार फूल की तरह अच्छी बातों को ही अपने अंदर समाना है। व्यर्थ और नेगेटिव बातें जीवन में परेशानियां और उलझन पैदा करती हैं।
प्रेक्टिस और प्रैक्टिकल में अंतर है
राजयोगी हरगोविंद भाई ने कहा कि जीवन में हम प्रैक्टिस में जितनी भी सफलता प्राप्त करें, लेकिन वह प्रैक्टिकल में मान्य नहीं होती। हमें प्रैक्टिकल जीवन में विजय प्राप्त करनी होती है। प्रैक्टिस पेपर के अंक फाइनल परीक्षा में नहीं जुड़ते, प्रैक्टिस मैच भले ही हम कितने भी जीत लें, लेकिन हमे फाइनल मैच मे विजय प्राप्त करनी होती है। ठीक यही बात जीवन में लागू होती है।
ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस की प्रभारी बी.के. डॉ. रीना दीदी ने बताया कि नए वर्ष में ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस द्वारा मानव कल्याण के लिए जो कार्यक्रम बनाए गए हैं, उसी कड़ी में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। राजयोग साधकों के अंदर श्रेष्ठ संस्कारों के माध्यम से उन्हें विश्व कल्याण के लिए तैयार करने के लिए यह विशेष योग तपस्या कार्यक्रम आयोजित किया है। इस मौके पर कुमारी हेला ने भजन पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम मे भोपाल के सैकड़ों भाई बहनों ने योग की गहराइयों के माध्यम से संस्कार परिवर्तन की प्रेक्टिकल विधि सीखी।