बाबूलाल गौर महाविद्यालय भेल में स्तन कैंसर जागरुकता पर कार्यशाला
Every year 2 lakh 40 thousand women suffer from breast cancer: भोपाल. वैश्विक स्तर पर स्तन कैंसर के आंकड़े भयावह और चौकाने वाले हैं। प्रतिवर्ष 2 लाख 40 हजार महिलाएं स्तन कैंसर से पीडि़त होती हैं। रोजाना 1 लाख महिलाओं की औऱ प्रति 12 मिनट में एक महिला की मृत्यु हो जाती है। यह बात स्तन कैंसर विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार ने बाबूलाल गौर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भेल में समाज शास्त्र विभाग द्वारा आयोजित कैंसर जागरुकता कार्यक्रम में कही।
शुरुआत प्राचार्य डॉ. संजय जैन ने डॉ. सुनील कुमार का सम्मान करते हुए इस भयावह बीमारी से बचाव और जागरुकता लाने में अपना योगदान देने के लिए सराहना करते हुए की। डॉ. कुमार ने बताया कि वैश्विक स्तर पर स्तन कैंसर के आंकड़े भयावह और चौकाने वाले हैं। प्रतिवर्ष 2 लाख 40 हजार महिलाएं स्तन कैंसर से पीडि़त होती हैं। प्रतिदिन 1 लाख महिलाओं की मृत्यु औऱ प्रति 12 मिनट में एक महिला की मृत्यु हो जाती है। कई बार महिलाओं को वर्षभर गांठ रहती है, पर वे ध्यान नहीं देतीं।
आगे यही गांठ कैंसर का रूप ले लेता है। मेनोपॉज बढऩे, शराब के सेवन से कैंसर होता है, इसके बचाव के भी उपाय बताए। महिलाओं को सलाह दी कि वे प्रत्येक माह खुद द्वारा मासिक धर्म समाप्त होने के बाद अपना परीक्षण करें, लक्षण होने पर चिकित्सक से परामर्श लें। वजन को नियंत्रित रखें, नियमित रूप से योगा, कसरत करें। डॉ. कुमार ने बताया मैमोग्राफी द्वारा लक्षण का पता लगाया जा सकता है। महिला प्राध्यापकों के साथ छात्राओं ने अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया।