मानव दुव्र्यापार विषय पर फिल्म मेकिंग प्रतियोगिता के पुरुस्कारों की घोषणा करते हुए प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव
Only innovations will sensitize people against human trafficking: भोपाल. आवाज और मध्य प्रदेश पुलिस विभाग की महिला सुरक्षा इकाई द्वारा जुलाई में आयोजित की गई फिल्म मेकिंग प्रतियोगिता के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए। परिणाम की घोषणा महिला सुरक्षा इकाई की अतिरिक्त पुलिस निदेशक प्रज्ञा ्रऋचा श्रीवास्तव द्वारा पुलिस मुख्यालय में की गई। इसके पहले अंतरराष्ट्रीय मानव दुव्र्यापार निषेध दिवस के पहले इस प्रतियोगिता को आयोजित किया गया था।
प्रतियोगिता में 115 प्रविष्टियां आईं थी, इनमें से कुल 13 फिल्मों पर 4 लोगों की बेंच की ज्यूरी ने फैसला दिया। 13 में से 5 फिल्मों का चयन किया गया, जिसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय तथा 2 विशेष उल्लेखित पुरुस्कार के लिए प्रविष्टियों का चयन किया गया। ज्यूरी के रूप में फिल्म समीक्षक और फिल्म निर्देशक सुदीप सोहनी एवं सुशील कुमार तथा महिला सुरक्षा शाखा के एआईजी स्तर के दो अधिकारी थे।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा बनाई गई फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान श्रीवास्तव द्वारा प्रतिभागियों द्वारा बनाई गई फिल्मों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से निश्चित ही प्रतिभागियों में संवेदनशीलता आई होगी एवं ऐसे अनछुए विषय को जानने का मौका मिला होगा। उन्होंने इस प्रतियोगिता के लिए आवाज की सराहना करते हुए इस पहल के लिए धन्यवाद दिया। इसके बाद प्रज्ञा द्वारा प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
ये रहे अव्वल
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान भोपाल के शुभम पांडे (द आइरोनिकल समूह), बालाघाट के पियूष टेंबरे को द्वितीय और भोपाल के देवेश सिंह को तृतीय पुरस्कार दिया गया। वहीं उज्जैन की सानिका वर्मा और मंडला के नर्मदा प्रसाद साहू (संस्कार समूह) को विशेष उल्लेखनीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रमुख डॉ. पवन मिश्रा को अतिरिक्त पुलिस निदेशक द्वारा अभिमन्यु अभियान में सहयोग के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में श्रीवास्तव के अतिरिक्त एआईजी किरण केरकट्टा, भोपाल अतिरिक्त डीसीपी शालिनी दीक्षित, डीएसपी नेहा पच्चीसिया सहित अन्य विभागों के साथी मौजूद रहे। इस दौरान बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के प्रो. डॉ. पवन मिश्रा मौजूद रहे।