ईज ऑफ़ लिविंग- यूज ऑफ़ टेक्नोलॉजी पर कार्यशाला
भोपाल. सरदार वल्लभ भाई पटेल उमावि भौंरी में ईज ऑफ़ लिविंग- गुड गवर्नेंस एंड यूज ऑफ़ टेक्नोलॉजी पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विद्यार्थियों, अभिभावकों, एसएमडीसी सदस्यों और शिक्षकों ने भाग लिया। प्राचार्य रत्ना वाधवानी ने तकनीक के उपयोग द्वारा जीवन को सरल बनाने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि तकनीक का उपयोग करके हम कई तरह के कार्यों को आसानी से कर सकते हैं, जैसे कि पढ़ाई, दैनिक जीवन के काम, मनोरंजन आदि। तकनीक का उपयोग करके हम देश और समाज के विकास में भी योगदान दे सकते हैं।
बच्चों को सिंथेटिक बायोलॉजी की दी जानकारी
एक अन्य कार्यशाला में आइसर भोपाल के बीएसएमएस की छात्राओं मोनिका, पलक और शरायू ने बच्चों को कॅरियर काउंसिलिंग और सिंथेटिक बायोलॉजी की जानकारी दी। उन्हें बताया कि कॅरियर काउंसिलिंग महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो हमें कॅरियर के बारे में सही निर्णय लेने में मदद करती है। उन्होंने कहा कि सिंथेटिक बायोलॉजी एक नया और उभरता हुआ क्षेत्र है। सिंथेटिक बायोलॉजी में जीवित पदार्थों को कृत्रिम रूप से बनाने का अध्ययन किया जाता है। उन्होंने कहा कि सिंथेटिक बायोलॉजी का उपयोग करके हम कई तरह की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं, जैसे कि बीमारी का इलाज, ऊर्जा उत्पादन और पर्यावरण संरक्षण आदि। कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी लोगों ने इस आयोजन के लिए शाला प्रशासन का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण था।