ब्रह्माकुमारीज रोहित नगर में तीन दिवसीय शिविर का शुभारंभ
भोपाल. स्वास्थ्य अर्थात मेरी स्व अर्थात स्वयं में आस्था। यदि मेरी खुद में आस्था (विश्वास) है तो बीमारी से जल्द से जल्द ठीक हो जाते हैं। डर ज्यादा है, तो ब्लड दोनों पाव में आ जाता है, जिससे इम्युनिटी कम हो जाती है। हमारी इम्युनिटीम आंतों पर ज्यादा आधारित रहती है। क्वांटम हीलिंग अर्थात एनर्जी से हील करें। सोल अर्थात सोर्स ऑफ यूनिक लाइट। जितने सिग्नल अच्छे होंगे, उतनी स्थिति अच्छी होगी। शरीर से टोक्सिन निकल जाते हैं, तो बीमारी नहीं होती। टोक्सिन रुकेंगे तो बीमारी होगी। इसलिए लोग नेचुरोपैथी सेन्टर जाकर खुद को डिटॉक्सीफाई करते हैं।
मनुष्य को सबसे बड़ी भूख एप्रीप्रिएशन (तारीफ) की होती है। आप लोगों को एप्रीप्रिएट करो। लोगों की कमी निकालने में समय बर्बाद न करें। यह विचार माउंट आबू से राजधानी भोपाल आए योग एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञ बी के डॉ. प्रेम मसंद ने ब्रह्माकुमारीज रोहित नगर में ‘आपका स्वास्थ्य आपके हाथों में’ विषय पर शिविर के पहले दिन व्यक्त किए। इस दौरान मसंद ने लोगों को स्वस्थ रहने के टिप्स भी दिए।
स्वस्थ रहने के टिप्स
1. सुबह जल्दी उठकर अपने मन मस्तिष्क को ऊर्जा से भरें। इसके लिए मेडिटेशन अच्छी तकनीक है।
2. सुबह कुछ अच्छे विचारों का मन में स्मरण करें। इससे दिन भर मन में अच्छे विचारों का ही संचार होगा।
3. जीवन में भय को न हावी होने दें। भय के कारण नकारात्मक हार्मोन पैदा होते हैं, जिसके कारण बीमारियां आती हैं।
4. मैं क्या खाऊं उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि मुझे क्या खा रहा है।
5. जो मेरे मन को खा रहा है उसे ठीक करेंगे तो बीमारी ठीक होगी।
6. अनावश्यक धन संग्रह की प्रवित्ति भी नकारात्मक हार्मोन्स को शरीर मे संग्रहित करती है, जिसके कारण भी बीमारियां आती हैं।
7. जिंदगी के खेल को आपको खेलना है और जीतना है। कोई दूसरा आपकी जगह नहीं खेल सकता, अत: जिंदगी का खेल दिल खोलकर खेलें।
8. अपने कर्मों द्वारा बच्चों को शिक्षा दें। बच्चों को केवल किताबी कीड़ा न बनने दें।
9. जीवन मे आने वाले कठिन परिस्थितियों का धैर्य से सामना करें। धैर्य एवं विश्वास से कठिन से कठिन परिस्थितियों पर विजय प्राप्त किया जा सकता है।
10. दिनचर्या मे नकारात्मक और कमजोर शब्दों का प्रयोग न करें या कम से कम करें।
इस अवसर पर नासिक से आए बी के छाया बहन ने एक्सरसाइज को प्रैक्टिकल विधि से सिखाया। सेवाकेंद्र प्रभारी बी के डॉ. रीना दीदी ने सभी को राजयोग की विधि सिखाई।