बीएचईएल के जवाहर बाग का 3 लाख 73 हजार रुपए में हुआ ठेका
Along with the capital Bhopal, the sweetness of Bhel’s mangoes reaches other states and cities: भोपाल. भेल के गोविंदपुरा स्थित जवाहर बाग में एक बार फिर फलों के राजा आम की बहार है। यहां के आम कि मिठास भोपाल के साथ ही देश के विभिन्न प्रदेशों और शहरों के लोगों तक पहुंचती है। बाग में करीब 1000 विभिन्न प्रकार के छोटे-बड़े आम के पेड़ हैं। इनमें इस सीजन में करीब 250 पेड़ों में फल लगे हैं। भेल के इस प्रसिद्ध आम बाग का प्रतिवर्ष लाखों रुपए में ठेका होता है। इस बार 3 लाख 73 हजार में ठेका हुआ है। ठेकेदार बगीचे से निकले आम को स्टाल लगाकर बिक्री करता है। ठेकेदार ने बताया कि तीन मई से दुकान लगाई है, जो जुलाई तक रहेगी। ठेकेदार मोहम्मद जकी ने बताया कि हमारे पास सभी वैरायटी के आम हैं। इनकी कीमत 40 रुपए किलो से 1200 रुपए तक है। सबसे महंगा आम पीटर इंग्लैंड 1200 रुपए किलो, मियाबांकी 1000 रुपए किलो और मधुकामिनी 400 रुपए किलो है। आम की ऑनलाइन डिलेवरी भी की जाती है।
बाग में 152 तरह के आम
जवाहर आम बाग के सामने लगाए स्टाल पर बिक्री के लिए नई-नई वैरायटी के आम उपलब्ध हैं। इनमें मधुकामनी, कहकशा, खनक, ब्लैक गोल्ड, के जाफरान, नूरजहां, हुस्नेआरा, नर्गिस, कृष्ण भोग, कोहिनूर, डालर, महाराजा, मल्का सहित अन्य आम हैं। इसमें पीटर इंग्लैंड, मियाबांकी और मधुकामिनी विशेष आम हैं। वहीं सबसे ज्यादा बिकने वाला आम मधुकामिनी, नूरजहां और कृष्ण भोग है। इन आमों को लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।
सभी आम केमिकल मुक्त हैं। ग्राहकों को बाग में लगे पेड़ों से भी तोडकऱ आम उपलब्ध कराया जाता है। रोजाना सैकड़ों की संख्या में शहरवासी खरीदारी करने आते हैं।
मोहम्मद जकी, ठेकेदार, आम बाग
गोविंदपुरा स्थित जवाहर बाग का प्रतिवर्ष ठेका होता है। इस बार 3 लाख 73 हजार रुपए में ठेका दिया गया है। इसमें ठेकेदार फलों को तोडकऱ उनकी बिक्री करता है।
विनोदानंद झा, पीआरओ भेल