लखनऊ
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर में धारा 144 लागू होने के बाद अपनी यात्रा स्थगित कर दी है. उन्होंने फिलहाल 2 दिन के लिए अपनी यात्रा स्थगित की है और 13-14 को रामपुर जाएंगे. अखिलेश का कहना है कि उन्हें पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस के बजाय होटल में रुकने के लिए कहा गया.
आजम खान का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि इतने मुकदमे इतिहास में नेता जी के अलावा किसी पर नहीं हुए, ऐसे ऐसे मुकदमे किये जा रहे हैं जिसे लोग जानते ही नहीं. ऐसा बताया जा रहा है कि मेरे जाने से दंगा हो जाएगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी एक हैं जो कांग्रेस है वही बीजेपी और जो बीजेपी वही कांग्रेस है. रामपुर में बीजेपी कांग्रेस और प्रशासन सब एक है जो बीजेपी चाहती है वही कांग्रेस सहित सब चाहते हैं. बीजेपी को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है.
बता दें कि अखिलेश यादव पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खान के परिवारवालों से मुलाकात करने वाले थे. अखिलेश यादव के साथ कई पार्टी कार्यकर्ता भी जाने वाले थे. इस मुलाकात के बाद बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी थी. आजम खान के खिलाफ अब तक 81 से ज्यादा केस दर्ज हैं, जिसमें अवैध कब्जे के साथ बिजली चोरी, भैंस चोरी के भी मामले हैं.
समाजवादी पार्टी के संरक्षक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के आजम खान के बचाव में उतरने के बाद अखिलेश यादव रामपुर जाने वाले थे. मुलायम सिंह यादव ने आजम खान के खिलाफ यूपी सरकार की कार्रवाई को गलत बताते हुए सपा कार्यकर्ताओं से सड़क पर उतरने का आह्वान किया था.
मुलायम सिंह यादव अपनी पार्टी के नेता आजम खान के बचाव में 3 सितंबर को कहा था कि आजम पर गलत तरीके से केस दर्ज किए गए हैं. उनके ऊपर बेबुनियाद जमीन हड़पने के आरोप लगाए गए. आजम ने गरीबों की लड़ाई लड़ी. चंदे के पैसे से जौहर यूनिवर्सिटी बनाई, जिसमें देश-विदेश के छात्र पढ़ते हैं. हम इस कार्रवाई के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन चलाएंगे.
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आजम के बारे में सब जानते हैं. वो एक गरीब परिवार से आए. किसी से पैसा नहीं लिया. कोई गलत काम नहीं किया. सब पत्रकार मित्र आजम के बारे में सारा सच जानते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के भी कुछ नेता कह रहे हैं कि यह सही नहीं हो रहा है और इससे हमारी पार्टी को नुकसान होगा.
लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो प्रधानमंत्री से भी मिलेंगे, लेकिन अभी ऐसा कह नहीं सकते हैं कि पीएम से मिलेंगे या नहीं. आजम के साथ अन्याय और अत्याचार हो रहा है. इसके खिलाफ खड़े होने की जरूरत है.