चीते के पुनस्र्थापन पर जागरुकता को लेकर शासकीय महात्मा गांधी सीएम राइज विद्यालय बरखेड़ा भेल की कक्षा 11वीं की छात्राओं ने बनाई रंगोली
Along with Tiger State, Vulture State, Cheetah State became our Madhya Pradesh: भोपाल. शासकीय महात्मा गांधी सीएम राइज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरखेड़ा भेल में 11वीं जीव विज्ञान की छात्राएं तनिष्का भारत, दिव्या रैकवार, नूपुर विश्वास, पूजा मंडल तथा साक्षी मंडल ने भारत में चीतों के ऐतिहासिक पुनस्र्थापन को लेकर आमजन तथा विद्यार्थियों में जागरुकता लाने के उद्देश्य से 8 बाय 10 फीट की रंगोली बनाई। गौरतलब है कि 1952 में Cheetah चीतों के भारत से पूर्णत: विलुप्त होने के बाद भारत सरकार एवं वन विभाग Madhya Pradesh मध्यप्रदेश शासन द्वारा Kuno National Park Sheopur कूनो राष्ट्रीय उद्यान श्योपुर में 8 Cheetah चीतों का पुनस्र्थापन किया गया।
Cheetah State became our Madhya Pradesh
पांच छात्राओं ने 10 घंटे में तैयार की रंगोली
इस रंगोली को कक्षा ग्यारहवीं की पांच छात्राओं ने सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक करीब 10 घंटे में तैयार की है। यह सारा कार्य छात्राओं ने जीव विज्ञान की शिक्षिका राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान प्राप्त डॉ. अर्चना शुक्ला के मार्गदर्शन में किया। डॉ. अर्चना शुक्ला ने बताया कि यह हमारे लिए बड़े गर्व का विषय है कि Madhya Pradesh मध्य प्रदेश पहले से ही टाइगर स्टेट,वल्चर स्टेट, वुल्फ स्टेट, लेपर्ड स्टेट तथा वल्चर स्टेट है और अब हम चीता स्टेट भी बन गए हैं।
Cheetah State became our Madhya Pradesh
छात्राओं ने बनाई सुंदर पेंटिंग्स
चीता रीइंट्रोडक्शन प्रोजेक्ट विषय के बारे में जागरुकता लाने के उद्देश्य से उनके द्वारा बच्चों को Cheetah चीता को वापस भारत लाने के बारे में जानकारी दी गई। बच्चों के द्वारा पेंटिंग्स बनाई गई तथा प्रार्थना सभा में छात्रों द्वारा चीता से संबंधित प्रश्नोत्तरी में डॉक्टर शुक्ला ने बच्चों को Cheetah चीता के बारे में जानकारी दी। डॉ. शुक्ला का मानना है कि इस तरह की जानकारियां बच्चों में उत्साह पैदा करती हैं तथा उनको पर्यावरण से तथा अपने आसपास होने वाली घटना से जोड़ती हंै। बच्चों ने वेलकम चीता नाम से कई वीडियोज सोशल मीडिया पर शेयर किए तथा आम जन को भी इसकी जानकारी दी। छात्रों ने Cheetah चीता से संबंधित जानकारी अपने घर परिवार में भी साझा की।
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खाद्य श्रृंखला के लिए यह जरूरी कदम
भारत के संकट प्राय घास के मैदानों तथा शुष्क क्षेत्रों में जैव परिस्थिति को पुनर्जीवित करने के लिए Cheetah चीते की प्रजाति को पुन: स्थापित करना तथा खाद्य श्रृंखला के सुचारू रूप से चलने के लिए यह एक आवश्यक कदम सरकार द्वारा उठाया गया है, जिसकी जानकारी विद्यार्थियों को दी गई। विद्यालय की प्राचार्य हेमलता परिहार ने भी बच्चों को चीता के बारे में जानकारी दी। तथा उनके मार्गदर्शन में अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।