डॉक्टर के माता-पिता भी बने आरोपित, गिरफ्तारी के लिए मुंबई जाएगी भोपाल पुलिस की टीम
भोपाल. शादी का सीजन शुरू होते ही दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर दहेज लोभी दानवों का चेहरा रोजाना अलग-अलग रूपों में सामने आ रहा है। कभी प्राइवेट नौकरी करने वाला युवक मनमर्जी का दहेज नहीं मिलने पर जयमाला के बाद मंडप छोड़कर भाग जाता है तो कहीं, निकाह के पहले मोटी रकम या फिर मकान दिलाने की मांग की जाती है।
लड़की के माता-पिता द्वारा इनकी भरपाई नहीं किए जाने पर मानव रूपी ये दानव लड़की और उसके माता-पिता की इज्जत का जरा भी परवाह नहीं करते हुए पैरों तले कुचलकर रफू चक्कर हो जाते हैं। ऐसे दहेज लोभियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि समाज के अन्य लोग भी इससे सबक ले और लड़कियों और उनके माता पिता का सम्मान करना सीखें। दो दिन के अंतराल में राजधानी में ऐसे दो मामले सामने आए हैं।
दुल्हन ने दर्ज कराया दहेज प्रताडऩा का केस
राजधानी भोपाल में दुल्हन ने अपनी शादी से ठीक एक दिन पहले मुंबई निवासी होने वाले डॉक्टर दूल्हे और उसके माता-पिता पर कोहेफिजा थाने में दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज करा दिया। दहेज के मामले में मुंबई निवासी डॉक्टर अरबाज ने दहेज में 25 लाख रुपए मांगे। डॉक्टर और उसके माता-पिता ने 8 नवंबर को भोपाल लड़की के माता-पिता को फोन करके फ्लैट खरीदने के लिए 25 लाख रुपए की मांग की। साथ ही धमकाया कि रुपए नहीं मिले तो रिश्ता तोड़ देंगे। इसके बाद भी वह नहीं माने और लगातार रुपए भेजने का दबाव बनाने लगे।
सगाई में नकदी सहित महंगी कार, फर्नीचर व अन्य सामान दे चुके थे
कोहेफिजा पुलिस के मुताबिक, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी युवती का रिश्ता परिजन ने मुम्बई के एक डॉक्टर से तय किया था। सगाई में वर पक्ष को दहेज में महंगी कार, फर्नीचर सहित अन्य सामान की राशि अदा कर दी गई थी। लॉकडाउन के कारण शादी की तारीख बढ़ाकर 29 नवंबर तय की गई थी। इसके पहले डॉक्टर और उसके माता-पिता ने युवती के पिता से फ्लैट के लिए 25 लाख रुपए की मांग रख दी। असमर्थता जताने पर वर पक्ष ने रिश्ता तोड़ दिया। शिकायत मिलने पर पुलिस ने अमानत में खयानत और दहेज एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
शादी के लिए पिता बुक कर चुके थे होटल
पुलिस ने बताया कि युवती कानून की पढ़ाई पूरी कर चुकी है। परिजन ने लॉकडाउन के पहले उसका रिश्ता नवी मुंबई में रहने वाले नजीर अहमद पटवे के डॉक्टर बेटे अरबाज से तय कर दिया था। शादी अप्रेल में होना थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण शादी की तारीख आगे बढ़ाकर 29 नवंबर तक कर दी गई थी। युवती के व्यवसायी पिता माजिद खान बेटी की शादी की तमाम तैयारियां कर चुके थे।
शादी के लिए होटल भी बुक करा लिया गया था। इसके पहले आठ नवंबर को डॉक्टर के पिता ने फोन कर माजिद अली से फ्लैट खरीदने के लिए 25 लाख रुपये देने की मांग रख दी। माजिद अली ने इतनी ब?ी राशि का इंतजाम करने में असमर्थता जताई, तो डॉक्टर के परिजन ने रिश्ता करने से मना कर दिया। इसके बाद
दुल्हन के पिता मनाने के लिए मुंबई भी गए
13 नवंबर को माजिद अली परिवार के साथ नजीर अहमद से इस मसले पर बात करने के लिए मुंबई पहुंचे। वहां उन्होंने डॉक्टर अरबाज और उसके माता-पिता से रिश्ता न तोडऩे की मिन्नतें कीं, लेकिन ससुराल पक्ष के लोग 25 लाख की मांग पर अड़े रहे। तय तारीख के अंतिम समय शनिवार तक जब नजीर अहमद की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो माजिद अली बेटी को लेकर कोहेफिजा थाने पहुंच गए। लड़के और उसके पिता-पिता पर केस दर्ज करा दिया।
पांच लाख रुपए नहीं मिलने पर मंडप छोड़कर भाग गया दूल्हा
दहेज में पांच लाख रुपए नहीं मिलने पर दूल्हा के मंडप छोड़कर भागने और बारात लौटने का मामला सामने आया है। गोविंदपुरा थाना क्षेत्र के नटराज कम्युनिटी हॉल में विवाह समारोह आयोजित था, जहां कन्या पक्ष के लोगों ने पांच लाख रुपए देने में विवशता जताई, तो दूल्हा मंडप छोड़कर भाग गया। उसके पीछे-पीछे बारात भी लौट गई।
पुलिस ने दूल्हा और माता-पिता के खिलाफ दहेज एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। महिला थाना पुलिस के अनुसार भेल टाउनशिप में रहने वाली 28 वर्षीय युवती की शादी अवधपुरी इलाके में रहने वाले विजय वहाने से तय थी। विजय और उसके परिजन 26 नवंबर को बारात लेकर पहुंचे, जहां कन्या पक्ष के लोगों ने आत्मीयता से स्वागत किया।
शुरुआती रस्मों के बाद वरमाला का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद जैसे ही मंडप की रस्में पूरी करने की बारी आई, तो दूल्हा विजय वहाने, पिता भीमराव तथा मां यशोधरा ने दहेज के रूप में पांच लाख रुपए की मांग रख दी। उनका कहना था कि पांच लाख रुपए मिलने के बाद ही आगे की रस्में पूरी की जाएंगी। कन्या पक्ष के लोगों ने उनको समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे दहेज की मांग पर अड़े रहे। टीका फलदान के दौरान ही कन्या पक्ष दो लाख रुपए दे चुका है।