महिलाएं पति के मंगल एवं दीघार्यु की कामना के लिए निर्जला रहकर इस व्रत को रखती हैं
नई दिल्ली. आज करवा चौथ पर व्रत रखने वाली हर सुहागिन महिला चांद का दीदार करने का बेसब्री से इंतजार कर रही है। चांद देखने के बाद ही वह अपना व्रत तोड़ती है। करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि में किया जाता है। महिलाएं पति के मंगल एवं दीघार्यु की कामना के लिए निर्जला रहकर इस व्रत को रखती हैं। चंद्रमा को अघ्र्य देकर व्रत पूरा माना जाता है। आज करवाचौथ का व्रत अमृत सिद्धि योग एवं शिव योग में मनाया जा रहा है।
आज देशभर में करवा चौथ का पर्व मनाया जा रहा है। छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक ऐसी कई अभिनेत्रियां हैं जिनकी शादी इस साल हुई हैं और वे सब पहली बार करवा चौथ मना रही हैं, जिसमें काजल अग्रवाल, सिंगर नेहा कक्कड़, प्राची तेहलान, पूजा बनर्जी और मिहिका बजाज का नाम मुख्य रूप से शामिल है।
काजल अग्रवाल
साउथ से लेकर बॉलीवुड तक अपनी पहचान बना चुकीं एक्ट्रेस काजल अग्रवाल ने हाल ही में अपने बॉयफ्रेंड गौतम किचलू के साथ शादी के बंधन में बंधी हैं। ऐसे में उन्होंने इस साल अपना पहला करवा चौथ का व्रत रखा है।
नेहा कक्कड़
बॉलीवुड की मशहूर सिंगर नेहा कक्कड़ 24 अक्टूबर को पंजाबी सिंगर रोहनप्रीत से शादी की थी। नेहा भी इस साल पहली बार अपने पति के लिए करवा चौथ का व्रत रखी हुई हैं।
प्राची तेहलान
दीया और बाती हम सीरियल की आरजू राठी यानी प्राची तेहलान (भी शादी के बंधन में बंध गई हैं। उन्होंने दिल्ली के बिजनेसमैन रोहित सरोहा के साथ सात फेरे लिए थे। ऐसे में प्राची भी पहली बार करवा चौथ कर रही हैं।
पूजा बनर्जी
टेलीविजन इंडस्ट्री की एक्ट्रेस पूजा बनर्जी भी पहली बार अपने पति कुणाल वर्मा के लिए करवा चौथ का व्रत रखे हुए हैं।
मिहिका बजाज
अभिनेता राणा दग्गुबाती ने हाल ही में अपनी गर्लफे्रंड मिहिका बजाज से शादी रचाई थी। मिहिका बजाज का भी यह पहला करवा चौथ है।
करवा चौथ की मान्यताएं
कहते हैं कि करवा चौथ व्रत सुहागन स्त्रियां अपने पति के हित के लिए रखती हैं। इस दिन व्रत रखकर करवा चौथ की विशेष कथा का पाठ किया जाता है। कथा के अनुसार, इस दिन व्रती महिलाओं को कैंची और चाकू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, नाखून नहीं काटने चाहिए। कहते हैं कि जो महिलाएं ऐसा करती हैं उनके व्रत का फल नष्ट हो जाता है।
करवा चौथ के लिए 16 श्रृंगार
करवा चौथ पर महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं। इसमें लाल रंग की साड़ी या लहंगा (या जो भी आप आउटफिट पहनना चाहें), सिंदूर, मंगलसूत्र, बिंदी, नथनी, काजल, गजरा, मेहंदी, अंगूठी, चूडिय़ां, ईयर रिंग्स (कर्णफूल), मांग टीका, कमरबंद, बाजूबंद, बिछिया और पायल।
क्यों होते हैं चंद्र दर्शन
चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। चंद्रमा आयु, यश और समृद्धि का भी प्रतीक है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, चंद्रमा को भगवान ब्रह्मा का रूप माना जाता है और चांद को लंबी आयु का वरदान मिला हुआ है। चांद में सुंदरता, शीतलता, प्रेम, प्रसिद्धि और लंबी आयु जैसे गुण पाए जाते हैं, इसीलिए सभी महिलाएं चांद को देखकर ये कामना करती हैं कि ये सभी गुण उनके पति में आ जाएं।