लखनऊ
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी द्वारा गत 9 अगस्त को प्रदेश की जनसमस्याओं को लेकर जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना दिया गया था परन्तु सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगी। सरकार ने सितम्बर से बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर दी गई, ट्रैफिक सुधार के नाम पर भारी जुर्माना लगा दिया गया। भाजपा सरकार बदले की भावना से सांसद मोहम्मद आजम खां के खिलाफ कार्यवाही कर रही है। जौहर अली विश्वविद्यालय को नेस्तनाबूद करने की साजिशें हो रही है। ऐसी स्थिति में 11 सूत्री मांगों को लेकर धरना के माध्यम से गूंगी-बहरी भाजपा सरकार को जगाने का काम किया जायेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में किसान बदहाल है, कर्जदार आत्महत्या कर रहा है। निर्दोष लोगों का उत्पीड़न हो रहा है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे हैं।
भाजपा राज में मंहगाई चरम पर है। डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस सभी के दाम बढ़ते जा रहे हैं। ग्रामीण कृषि श्रेणी के उपभोक्ताओं को अब पहले से 15 फीसद अधिक बिजली बिल का भुगतान करना पड़ेगा। यातायात को नियमित-नियंत्रित करने के नाम पर वाहन की कीमत से ज्यादा जुर्माना वसूला जाने लगा है। समाजवादी सरकार के कार्यों पर ही भाजपा सरकार अपने नाम के ठप्पे लगा रही है।
भाजपा के दावों के विपरीत भ्रष्टाचार पर कोई रोक नहीं है। बिना रिश्वत काम नहीं हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी जनता के हितों के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं करने वाली है। एक अक्टूबर को राज्य की प्रत्येक तहसील पर शांतिपूर्ण ढंग से भारी तादाद में जनभागीदारी के साथ धरना देकर भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का भी पर्दाफाश किया जाएगा।