बांद्रा स्थित गुरु नानक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली, फैंस और कलाकारों ने जताया शोक
मुंबई. मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डिएक अरेस्ट से शुक्रवार तड़के मुंबई में निधन हो गया। बांद्रा स्थित गुरु नानक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि 71 वर्षीय सरोज खान को 17 जून को सांस की शिकायत होने पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। सरोज खान गंभीर मधुमेह और संबंधित बीमारी से पीडि़त थीं। उनका कोरोना वायरस का टेस्ट नेगेटिव आया था।
सरोज खान के परिवार में पति बी. सोहनलाल, बेटे हामिद खान और बेटियां हिना खान और सुकना खान हैं। सरोज खान ने तीन साल की उम्र में एक बैकग्राउंड डांसर के रूप में काम करना शुरू किया था। सरोज खान को वर्ष 1974 में ‘गीता मेरा नाम’ के साथ एक स्वतंत्र कोरियोग्राफर के रूप में पहला ब्रेक मिला। सरोज खान ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उन्होंने लगभग 2000 गानों को कोरियॉग्राफ किया था। सरोज खान भारत की एकमात्र कोरियॉग्रफर हैं, जिन्हें सर्वश्रेष्ठ कोरियॉग्रफी के लिए तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
तीन बार की नेशनल अवॉर्ड विनर
सरोज खान बॉलीवुड की एकमात्र कोरियॉग्रफर हैं, जिन्हें सर्वश्रेष्ठ कोरियॉग्रफी के लिए तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। सरोज खान को फिल्म ‘देवदास’ के गाने ‘डोला रे डोला’, फिल्म ‘जब वी मेट’ के गाने ‘ये इश्क हाय’ और साउथ की फिल्म ‘श्रृंगारम’ में साउथ इंडियन ट्रेडिशनल डांस फॉर्म कोरियॉग्राफ करने के लिए नैशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
लगभग 2000 गानों को किया कोरियॉग्राफ
सरोज खान ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उन्होंने लगभग 2000 गानों को कोरियॉग्राफ किया था। उन्होंने आखिरी बार पिछले साल रिलीज हुई फिल्म ‘कलंक’ में उनकी पसंदीदा ऐक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के साथ काम किया था।
तीन बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता को 2000 गानों की कोरियोग्राफिंग का श्रेय दिया गया है, जिसमें कई प्रतिष्ठित डांस नंबर भी शामिल हैं। इनमें मिस्टर इंडिया का हवा हवाई (1987), तेजाब से एक दो तीन (1988), बेटा धक-धक करने लगा (1992) और देवदास (2002) से डोला रे डोला शामिल हैं। उन्होंने आखिरी बार 2019 में करण जौहर के प्रोडक्शन कलंक के गाने तबाह हो गई में माधुरी दीक्षित को कोरियोग्राफ किया था।
फिल्म एक्ट्रेस निमरत कौर ने सरोज खान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक ट्वीट किया है, ‘सरोज जी के नाम ने मेरे जीवन में ‘कोरियोग्राफर’ शब्द को प्रस्तुत किया। एक प्रतिभाशाली व्यक्ति जिसने सितारों को अमर कर दिया और जो अपने प्रतिष्ठित काम से एक युग को परिभाषित करती है। इस घड़ी उसके प्रियजनों को साहस और ताकत मिले। उनके जैसा कभी भी दूसरा नहीं होगा।
जनवरी में सरोज खान तब खबरों में आई थीं, जब उन्होंने कोरियोग्राफर गणेश आचार्य पर अपने डांसर्स का शोषण करने और अपने पद का गलत उपयोग करते हुए सिने डांसर्स एसोसिएशन (सीडीए) को बदनाम करने का आरोप लगाया था। उसने यहां तक कहा था कि वह विभिन्न कलाकारों के पास जाएंगी और उनसे गणेश के साथ नहीं जुडऩे के लिए कहेंगी। जूम टीवी के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था, ‘रोहित शेट्टी को कौन जाकर बताए। मैं जाऊंगी, मेरे को बोलेंगे, मैं जाऊंगी, मैं गणेश या किसी से नहीं डरती। मैं डरती नहीं हूं। मैं जाऊंगी और उन्हें सच बताऊंगी। ये सीडीए को ब्रेक करना चाहता है। ये हमको नीचा दिखाना चाहता है और खुद ऊपर होकर बैठा हैं।