लॉकडाउन के पहले ऑडर जा चुका था, जिससे कंपनी ने मार्च में ही मिठाई के नमकीन सहित पैकेट भेज दिए थे, अब यूनियनों से चर्चा कर निर्णय लेगा प्रबंधन
भेल. भेल कर्मचारियों को हर साल 31 मार्च को वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद अप्रेल माह में मिलने वाली मिठाई लॉकडाउन के कारण स्टोर में रखी रह गई। 60 लाख रुपए में खरीदी गई 12 हजार किलो मिठाई लॉकडाउन 1.0 के शुरू में ही आ गई, जिससे इसे स्टोर में रख दिया गया। दो माह से मिठाई स्टोर में रखी होने से प्रबंधन अब कर्मचारी संगठनों से चर्चा करने के बाद ही वितरण करेगा।
भेल प्रबंधन द्वारा कर्मचारी, सुपरवाइजर, अधिकारी, रिटायर्ड कर्मचारियों के साथ ही ठेका श्रमिकों को यह मिठाई हर साल बांटता है। कर्मचारियों के अनुसार मिठाई की एक्सपायरी डेट आने से मिठाई लेने का मतलब नहीं है। ऑल इंडिया कर्मचारी ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष रामनारायण गिरी के अनुसार इस संबंध में प्रबंधन से चर्चा कर कहा गया है कि दो माह से स्टोर में मिठाई रखी है, खराब हो जाएगी।
प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि मिठाई का वितरण शुरू कर देंगे। भेल के एजीएम राघवेंद्र शुक्ला के अनुसार अन्य लोगों के समान भेल प्रबंधन को भी कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन का कोई अंदाजा नहीं था। इस कारण मिठाई का वितरण नहीं हो पाया। अब कर्मचारी संगठनों से चर्चा करने के बाद ही इसके बारे में निर्णय लिया जाएगा।