मध्य प्रदेश

महिला हिंसा को लेकर विभिन्न कानून हैं, जो उनकी सुरक्षा और अधिकारों को बताते हैं


भिमुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का ऑनलाइन आयोजन

भोपाल. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बुरहानपुर द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग बुरहानपुर के सहयोग से ऑनलाइन अभिमुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कानूनविद, पैरालीगल वालंटियर, कानून के विद्यार्थी, किशोर-किशोरियों, महिलाओं तथा समाजसेवी संस्थाओं के लिए कोविड-19 से संबंधित जानकारी दी गई। इसमें दौरान बच्चों, किशोरों एवं महिलाओं की मनोसामाजिक स्थिति को समझते हुए व्यवहार करना तथा घरेलू हिंसा के मामले पर अधिक से अधिक लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए यह आयोजन किया गया।

सोशल मीडिया से कर रहे जागरूक
कार्यक्रम में एडीजे नरेन्द्र पटेल, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने कानूनी प्रावधानों की जानकारी देते हुए बताया कि महिला हिंसा को लेकर विभिन्न कानून हैं, जो उनकी सुरक्षा और अधिकारों को बताते हैं। उन्होंने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पीडि़तों को नि:शुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध कराता है। वर्तमान में महिला एवं बाल विकास विभाग के वन स्टाप सेंटर के लिए नि:शुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध कराने महिला पैनल अधिवक्ता की नियुक्ति की गई है। सभी पैरालीगल वालंटियर अधिक से अधिक लोगों को सोशल मीडिया सहित अन्य ऑनलाइन गतिविधियों के माध्यम से जागरूक करने का काम कर रहे हैं।

महिलाओं के प्रति होने वाले व्यवहार पर चिंता व्यक्त की
कार्यक्रम में संगिनी जेंडर रिसोर्स सेंटर की प्रतिनिधि प्रार्थना मिश्रा द्वारा घरेलू हिंसा के सामाजिक पहलू पर प्रतिभागियों से चर्चा की गई। विभिन्न केस स्टडी के माध्यम से महिलाओं के प्रति होने वाले व्यवहार पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पैरालीगल वालंटियर, स्वयंसेवी संस्थाएं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्कूल कॉलेज में अध्ययन किशोर और युवाओं का समूह तथा विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत जमीनी कार्यकर्ता इसकी जागरुकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

बाल विवाह रोकने हो रहे प्रयास
महिला बाल विकास अधिकारी सुमन कुमार पिल्लई ने विभाग के कार्यों की जानकारी देते हुए किए जा रहे प्रयास पर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि वन स्टाप सेंटर महिलाओं के मुददे पर गंभीरता से काम कर रहा है और अलग-अलग परियोजनाओं में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसके साथ-साथ बाल विवाह और लिंगानुपात बढ़ाने की जागरुकता के लिए विशेष प्रयास कर रही है।

समस्याओं का किया समाधान
बाल कल्याण समिति, बुरहानपुर के सदस्य संदीप शर्मा ने बच्चों और किशोरों द्वारा मोबाइल उपयोग को लेकर कहा कि उनकी मनोवैज्ञानिक स्थिति को समझते हुए व्यवहार करने की जरूरत है। एडीजे नरेन्द्र पटेल, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं सुमन कुमार पिल्लई, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर दिए गए।

इस मौके पर प्राचार्य विधि महाविद्यालय बुरहानपुर, रघुनाथ महाजन, पूर्व अध्यक्ष बाल कल्याण समिति बुरहानपुर, रेखा भोड़वे प्रभारी वन स्टाप सेन्टर, इन्दु सारस्वत, सीमा जैन एवं ममता संस्था ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का संयोजन सुनील सेन, जिला समन्वयक, ममता एचआईएमसी (यूनिसेफ समर्थित) द्वारा किया गया।

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