भोपाल
मुख्य सचिव सुधि रंजन मोहन्ती ने कहा है कि, जिला कलेक्टर अपनी पहल पर शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। शासन के नीति निर्देशों, कार्यक्रमों व योजनाओं से आप सभी परिचित हैं तथा पर्याप्त अनुभवी एवं सक्षम भी हैं अत: जिले की परिस्थितियों को देखते हुए प्राथमिकताएँ तय करें और नवाचार भी करें। जन सामान्य से जीवंत सम्पर्क के लिए उन्होंने जिला कलेक्टर्स को अधिक से अधिक भ्रमण करने के निर्देश भी दिए। मोहन्ती मंत्रालय में भोपाल, होशंगाबाद की संभागीय समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक में संभागायुक्त भोपाल श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, नर्मदापुरम संभागायुक्त रविन्द्र मिश्रा, जिला कलेक्टर्स, जिला पंचायत के सीईओ तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में वर्षा की स्थिति, आपदा राहत वितरण, राजस्व प्रकरणों के निराकरण, बीमारियों से बचाव के लिए किए जा रहे उपाय, खरीफ फसल खरीद के लिए जारी तैयारियाँ, खाद व उर्वरक की उपलब्धता, मिलावट के विरूद्ध जारी अभियान, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम, सड़कों की मरम्मत, अवैध खनिज उत्खनन, परिवहन और भण्डारण, अनुसूचित जनजाति बहुल विकासखण्डों में योजनाओं के क्रियान्वयन, बिजली आपूर्ति, आँगनवाड़ी भवनों की उपलब्धता आदि विषयों की समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव मोहन्ती ने 'आपकी सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम के आयोजन में जनसमस्याओं के निराकरण को सर्वोच्च महत्तव देने को कहा। कार्यक्रम में स्वागत तथा भाषण आदि की प्रक्रिया में अधिक समय न लगे इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग आवशयक निर्देश जारी करे। आगामी त्यौहारों के दिनों में पर्याप्त सर्तकता बनाए रखने तथा विर्सजन से पूर्व घाटों की साफ-सफाई के लिए नगरीय निकायों व नगर पंचायतों की सक्रियता सुनिश्चित करने के लिये भी कलेक्टर्स को कहा गया। साथ ही लम्बित राजस्व प्रकरणों का निराकरण त्वरित गति से करने को कहा गया।
मोहन्ती ने मिलावट के खिलाफ अभियान को निरंतर जारी रखने और सघन करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि, दुग्ध संघ, फार्मेसी कॉलेजों के लेब का उपयोग भी नमूनों के परीक्षण के लिए किया जाए। मोहन्ती ने कहा कि, सड़क सुधार के लिए आवश्यक कार्यालयीन प्रक्रियाएँ शीघ्र पूर्ण करें जिससे 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर के बीच सड़क सुधार का काम शुरू हो और नवम्बर अंत तक सड़क सुधार गतिविधियाँ पूर्ण की जा सकें। मोहन्ती ने किराये के भवनों में संचालित आँगनवाड़ियों को जिलों के अनुपयोगी शासकीय भवनों में शिफ्ट करने के लिए कार्य-योजना बनाने के निर्देश भी दिए। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने सुझाव दिया कि, घरों में डेंगू के लार्वा जाँचने और उन्हें नष्ट करने की गतिविधि को स्कूली बच्चों को प्रोजेक्ट के रूप में देना चाहिए इससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू नियंत्रण में सहायता मिलेगी। बैतूल जिले को टी.बी. मुक्त करने के लिए बैतूल कलेक्टर की सराहना भी हुई।
राजगढ़, विदिशा, सीहोर, बैतूल, भोपाल, हरदा, होशंगाबाद व रायसेन जिला कलेक्टर ने अधिक वर्षा में बचाव के लिए किये गए कार्यों तथा फसल की स्थिति की जानकारी दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव जल संसाधन एवं नर्मदा घाटी विकास एम.गोपाल रेड्डी, प्रमुख सचिव लोक निर्माण मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव खादय् एवं नागरिक आपूर्ति श्रीमती नीलम शमी राव, प्रमुख सचिव खनिज साधन नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव आदिम जाति कल्याण श्रीमती दीपाली रस्तोगी उपस्थित थे।