भोपाल
दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) से हड़कंप मचा हुआ है. भारत में अब तक कोरोना वारयस से संक्रमित मरीजों की संख्या 107 पहुंच गई है. ऐसे में मध्य प्रदेश (Madhya Prades) की कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) ने फ्लोर टेस्ट से पहले बड़ा दांव खेला है. राज्य में जारी सियासी घमासान के बीच कमलनाथ सरकार ने बेंगलुरू से लौटने वाले सभी कांग्रेसी विधायकों को कोरोना वायरस का टेस्ट करवाएगी. मध्य प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन ने कमलनाथ सरकार को सोमवार को फ्लोर टेस्ट करने को कहा है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अगर कोरोना टेस्ट में कोई विधायक पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उनके पास क्या विकल्प बचेंगे.
दरअसल मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सोमवार को बहुमत साबित करने का आदेश जारी किया है. शनिवार को राजभवन से एक पत्र राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ को भेजा गया है. राजभवन से सीएम को जारी किए गए पत्र के मुताबिक राज्यपाल ने सीएम को कहा है कि मध्य प्रदेश की राजनीतिक हालात काफी चिंताजनक है. उन्हें लगता है कि कमलनाथ सरकार सदन का विश्वास खो चुकी है और यह सरकार अल्पमत में है. इसलिए सीएम कमलनाथ 16 मार्च को सदन में बहुमत साबित करें.
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा ने बताया, 'राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा की गई कि जो कांग्रेस विधायक जयपुर से आए हैं, उनका चिकित्सकीय परीक्षण किया जाना चाहिए. हरियाणा और बेंगलुरु से आने वालों का भी चिकित्सकीय परीक्षण किया जाना चाहिए. पीसी शर्मा ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को महामारी घोषित किया है. प्रदेश में 700 बाहर के व्यक्तियों ने प्रवेश किया है, जिनकी जांच की जा रही है. कोरोना बीमारी के बारे में फैसला लेने के लिए CMHO को पूरी शक्तियां दी गई हैं.'
शर्मा ने दावा किया है कि केरल, ओडिशा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की विधानसभा स्थगित की गई है. मध्य प्रदेश में 20 लोगों से ज्यादा लोगों के एक स्थान पर जमा न होने का निर्देश जारी कर दिया गया है. केंद्र सरकार ने भी इसे आपदा घोषित किया है. भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 107 पहुंच गई है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि 15 मार्च दोपहर 12 बजे तक कोविड 19 (COVID-19) के 19 नए मरीज सामने आए हैं.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में पिछले दिनों कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने के बाद राजनीतिक हालात बदल गए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों का दावा है कि कांग्रेस के 22 विधायकों का उनको समर्थन प्राप्त है. इन 22 विधायकों ने अपना इस्तीफा भी विधानसभा को भेज दिया है, जिसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है. अगर कोरोना टेस्ट में कुछ विधायक पॉजेटिव पाए जाते हैं तो संभव है कि विधानसभा अध्यक्ष उन विधायकों से नहीं मिलने का फरमान जारी कर दें और कुछ दिनों तक यह मामला टाल दें.