मडगांव
जेवियर हर्नांडिज के बेहतरीन दो गोलों के दम पर एटीके ने शनिवार (14 मार्च) को यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के छठे सीजन के फाइनल में दो बार की चैंपियन चेन्नइयन एफसी को 3-1 से हराकर रिकॉर्ड तीसरी बार खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। एटीके इससे पहले, 2014 और 2016 में आईएसएल चैंपियन रह चुका है।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए बंद दरवाजों के बीच बिना दर्शकों के खेले गए इस फाइनल मैच में एटीके लिए जेवियर हर्नांडिज ने 10वें और 93वें तथा इदु गार्सिया ने 48वें मिनट में गोल किया। चेन्नइयन के लिए नेरीजुस वाल्सकिस ने 69वें मिनट में गोल किया। चेन्नइयन ने शुरुआती पांच मिनटों में कुछ जोरदार हमले किए, लेकिन वे फायदा नहीं उठा पाई। हालांकि इसके बाद एटीके ने बेहतरीन वापसी की और 10वें मिनट में ही 1-0 की बढ़त भी बना ली।
जॉन जॉनसन ने कप्तान रॉय कृष्णा के लिए एक लंबा पास दिया, जो हर्नांडिज के पास चला गया। हर्नांडिज ने इसे चेन्नइयन के गोलकीपर विशाल कैथ के ऊपर से गोल में पोस्ट में पहुंचाकर एटीके का खाता खोल दिया। 20वें मिनट में चेन्नइयन के जर्मनप्रीत सिंह चोटिल हो गए और उनकी जगह इडविन वेंस्पॉल लेने आए। तीन मिनट बाद ही एटीके अपनी बढ़त को दोगुना करने का बैक टू बैक मौका गंवा बैठी, जबकि 27वें मिनट में चेन्नइयन भी अपना खाता खोलने से चूक गई।
चेन्नइयन ने हालांकि अपना आक्रमण जारी रखा और दो मिनट बाद ही वाल्सकिस ने मैच में अपना तीसरा शॉट लगाया, लेकिन एटीके के गोलकीपर ने इसे लंबी छलांग लगाकर विफल कर दिया। वाल्सकिस ने 36वें मिनट में भी फ्रीकिक पर चेन्नइयन का खाता नहीं खोल सके। 40वें मिनट में एटीके के सीजन के शीर्ष स्कोरर और कप्तान कृष्णा चोटिल हो गए और उनकी जगह मंडी सोसा पेना को मैदान पर उतरना पड़ा। एटीके इसके बाद भी हाफ टाइम तक अपनी बढ़त को कायम रखा।
एटीके ने दूसरे हाफ की शुरुआत भी पहले हाफ की तरह ही की शुरुआत में ही एक और गोल दागकर अपनी बढ़त को दोगुना कर दिया। एटीके के लिए दूसरा गोल इदु गार्सिया ने 48वें मिनट में डेविड विलियम्स की मदद से किया। मैच में 0-2 से पिछड़ने के बावजूद चेन्नइयन ने वापसी की कोशिशें जारी रखी और इसी प्रयास में उसे सफलता भी मिली। चेन्नइयन के लिए यह गोल लीग के उनके शीर्ष स्कोरर वाल्सकिस ने 69वें मिनट में विंगर लालियानजुआला चांग्ते की मदद से किया। वाल्सकिस का इस सीजन का यह 15वां गोल है।
चेन्नइयन के पास अगले मिनट ही में स्कोर को 2-2 से बराबरी पर लाने का मौका था, लेकिन एली साबिया के पास पर वाल्सकिस का हेडर से लगाया गया शॉट सीधे एटीके के गोलकीपर के हाथों में चली गई। 83वें मिनट में वाल्सकिस एक बार फिर चूक गए, जबकि पांच मिनट बाद ही वाल्सकिस के टीम साथी साबिया को येलो कार्ड दिखाया गया। इसके बाद चेन्नइयन को एक गोल से पीछे रहते हुए इंजुरी टाइम में प्रवेश करना पड़ा। एटीके ने इंजुरी टाइम में भी गोल दागकर स्कोर 3-1 करते हुए इतिहास रच दिया। एटीके के लिए यह गोल हर्नांडिज ने दागा, जो उनका मैच का दूसरा गोल था।