भोपाल
हर व्यक्ति को अपने साथ दूसरो की डिग्निटी का भी सम्मान करना चाहिए। संविधान में नागरिकों को प्रदत्त समानता के अधिकार का संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है। मेग्सेसे अवार्ड विजेता और सफाई कर्मचारी आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक बेजवाड़ा विल्सन ने अटल विहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में 'असरदार परिवर्तन-टिकाऊ परिणाम' में 'नेरेटिव्स एण्ड चेलेन्जेज इनक्लूडिंग द इक्सक्लूडेड' व्याख्यान माला में विचार व्यक्त करते हुए यह बात कही।
विल्सन ने कहा कि जो काम हम नहीं कर सकते, वह दूसरों से कैसे करवा सकते हैं। आखिरकार वह भी मनुष्य है। उन्होंने कहा कि मैला ढोने की कुप्रथा को समाप्त करवाना ही मेरा लक्ष्य है। विल्सन ने इस दिशा में किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम जहाँ पर भी हैं, जिस पद पर भी हैं, इस बात का ध्यान रखना होगा कि अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन किस तरह से कर रहे हैं। सामाजिक कुप्रथाओं को दूर करने के लिये सामूहिक प्रयास की जरूरत है।
संस्थान के महानिदेशक परशुराम ने कहा कि समाज में क्या हो रहा है, क्यों हो रहा है और क्यों नहीं हो रहा है, इस पर सोचना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सोशल, पॉलिटिकल और इकोनॉमिक चेंज एक-दूसरे के पूरक हैं। इनमें से कोई एक पिछड़ता है, तो वहाँ पर समग्र विकास नहीं होता है।
इस दौरान संस्थान के प्रमुख सलाहकार एम.एम. उपाध्याय, मंगेश त्यागी, गिरीश शर्मा और संस्थान का सम्पूर्ण स्टॉफ उपस्थित था।