मेरठ
कोरोना के खतरे को देखते हुए मेरठ मेडिकल काॅलेज में जोन का सबसे बड़ा आइसोलेशन वॉर्ड बनाया गया है। वॉर्ड में बेड की संख्या बढ़ाकर 80 कर दी गई है। यह प्रदेश का सबसे बड़ा कोरोना आइसोलेशन वॉर्ड है। वेस्ट यूपी सहित एनसीआर के जिलों से आने वाले कोरोना संक्रमित रोगियों को यहां भर्ती किया जाएगा। वहीं, बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज को भी जांच के लिए अधिकृत किया है। यहां आगरा व इटावा के सैंपलों की भी जांच होगी।
जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. शाहिद सिद्दीकी ने बताया कि आगरा में मरीजों की संख्या अधिक मिली है। अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, बुलंदशहर के मरीजों के सैंपल भी अब लखनऊ भेजने की जरूरत नहीं होगी।
वॉर्ड स्टाफ को दिया गया प्रशिक्षण
मेरठ के सीएमओ डॉ. राजकुमार का कहना है कि मेरठ से दिल्ली के बीच रोजाना बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही है। वायरल संक्रमण का रिस्क देखते हुए मेडिकल कॉलेज में 80 बेडों का जोन का सबसे बड़ा आइसोलेशन केंद्र बनाया गया है। गाजियाबाद एवं गौतमबुद्ध नगर में बड़ी संख्या में संदिग्ध मरीज मिले हैं, जिनकी मेरठ से सहारनपुर तक आवाजाही संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकती है। वॉर्ड के स्टाफ को पर्सनल प्रोटेक्शन उपकरण के इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही वॉर्ड में बिस्तरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
स्वाइन फ्लू के केस भी आए सामने
सीएमओ की ओर से गठित टीम पल-पल की जानकारी ले रही है। सर्विलांस अधिकारी डॉ . विश्वास चौधरी ने बताया विदेशों से अबतक 134 लोग शहर में आए हैं, जिनमें 86 लोगों को ट्रेस किया गया है। 35 संदिग्धों को 28 दिनों तक सर्विलांस पर लिया गया है। उन्होंने बताया 9 के सैंपल को भेज दिए गए हैं, जिनमें से आठ की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि एक का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने बताया स्वाइन फ्लू के चार नए केस भी सामने आए हैं। जिले में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़कर 98 हो गई है।
अलीगढ़ में एक केस की पुष्टि
अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस से संक्रमित एक केस की पुष्टि हुई है। मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए यह नमूना आगरा से आया था। कुल 12 नमूने जांच के लिए आए थे, बाकी 11 निगेटिव मिले हैं। वहीं, अमरोहा में कोरोना वायरस के एक संदिग्ध व्यक्ति को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संदिग्ध व्यक्ति दुबई की एक कंपनी में काम करता है। दो मार्च को वह अमरोहा पहुंचा था।