हम में से कई लोग अपनी जिदंगी में कभी न कभी दांत में दर्द से परेशान जरूर होते हैं। दांत में दर्द को नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता है। अगर ऐसा करने की कोशिश भी करें तो असहनीय दर्द जीना मुश्किल कर देता है। दांत में दर्द की वजह से खाना और यहां तक कि बात करना या काम कर पाना भी मुश्किल हो जाता है।
ये एक आम समस्या है जो कभी न कभी हर इंसान को परेशान जरूर करती है। हालांकि, हर किसी को अलग-अलग वजहों से दांत में दर्द की शिकायत हो सकती है। किसी को दांत में कीड़ा लगने तो किसी को मसूड़ों में सूजन की वजह से दांत में दर्द हो सकता है। दांत में दर्द को दूर करने के लिए आपने अब तक आयुर्वेदिक उपायों और घरेलू नुस्खों के बारे में पढ़ा और सुना होगा लेकिन आपको बता दें कि दांत में दर्द के लिए होम्योपैथिक नुस्खे भी मौजूद हैं।
सिलिसिया
दांत की रूट में पस पड़ने के कारण दांत में दर्द होने की समस्या को दूर करने के लिए सिलिसिया बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है। पस पड़ने के कारण मसूड़ों और गालों में सूजन से राहत दिलाने में भी सिलिसिया मददगार है।
स्टेफिसेग्रिया
दांतों में सेंसिटिविटी के साथ-साथ कुछ भी खाने या पीने पर दांत में दर्द होने की समस्या को स्टेफिसेग्रिया से ठीक किया जा सकता है। स्टेफिसेग्रिया मसूड़ों से खून आने और अत्यधिक लार बहने की भी असरकारी दवा है।
प्लांटेगो
दांत में दर्द से छुटकारा पाने के लिए प्लांटेगो बहुत लोकप्रिय दवा है। ये दांतों में सेंसिटिविटी का इलाज करने में भी उपयोगी है। दांत का दर्द जब बढ़ कर कानों तक पहुंच जाए तो इस दिक्कत को भी दूर करने में प्लांटेगो प्रभावी है। दांत में गंभीरता और इससे जुड़ी किसी स्वास्थ्य समस्या के आधार पर प्लांटेगो को लगाने या खाने के लिया दिया जा सकता है।
अर्निका
दांत निकलवाने और दांतों की फिलिंग के बाद मसूड़ों में होने वाले दर्द के इलाज में होम्योपैथिक दवा अर्निका बहुत उपयोगी है। अर्निका दर्द निवारक दवा के रूप में काम करती है। विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के होम्योपैथी इलाज में अर्निका का इस्तेमाल किया जाता है।
मर्क सोल
हैलिटोसिस (सांस की बदबू)और अत्यधिक लार आने की वजह से लगातार दांत में दर्द महसूस हो सकता है। मर्क सोल से इस परेशानी से निजात पाई जा सकती है। मसूड़ों से खून आने, दांतों में ढीलापन और सेंसिटिविटी को भी इस दवा से ठीक किया जा सकता है।
अगर आपको भी किसी न किसी वजह से दांत में दर्द की शिकायत रहती है तो होम्योपैथिक नुस्खों की मदद से आप इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें कि किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य समस्या के लिए अनुभवी होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह के बाद ही होम्योपैथिक दवा का सेवन करना चाहिए।