त्रिशूर
केरल के त्रिशूर जिले के कुट्टमक्कु महादेवा मंदिर में ब्राह्मणों के लिए अलग से बनाए गए टॉइलट को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। दूसरी ओर विवाद बढ़ने के बाद कोचीन देवस्वम बोर्ड ने गुरुवार को मामले की जांच शुरू कर दी है।
मामला बुधवार को तब सामने आया जब त्रिशूर के शोध छात्र अरविंद जी क्रिस्टो ने मंदिर में लगे एक साइन बोर्ड की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की। साइन बोर्ड पर लिखा था कि इस टॉइलट की सुविधा सिर्फ ब्राह्मणों के लिए है।
क्रिस्टो ने कहा, 'मैं मंदिर के एक उत्सव में हिस्सा लेने के लिए गया था। जब मैंने वहां पर ब्राह्मणों के लिए एक अलग टॉइलट का बोर्ड देखा, तो मैं चौंक गया और उसकी फोटो खींच ली। मैंने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और अब यह वायरल हो गई है। मुझे खुशी है कि अब उस साइन बोर्ड को हटा दिया जाएगा।'
कुट्टमक्कु महादेवा मंदिर के सचिव प्रेमकुमारन ने कहा, 'यह बोर्ड 25 साल से लगा हुआ था, मंदिर समिति ने भी अभी तक इस पर ध्यान नहीं दिया था। जब इसे हमारे संज्ञान में लाया गया तो हमने तुरंत इसे हटा दिया।' उन्होंने कहा, 'वह साइन बोर्ड पूरी तरह से अनैतिक था और हम केरल जैसे विकसित समाज में इस तरह की प्रथाओं को मंजूरी नहीं दे सकते।'
प्रेमकुमारन ने कहा कि जिस युवा ने सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट की, उसने हमें इस बारे में नहीं बताया। बल्कि उसने सोशल मीडिया के माध्यम से मंदिर की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया। देवस्वम समिति ने युवाओं के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज करने की योजना बनाई है।' डीवाईएफआई विल्वट्टम क्षेत्र समिति ने कोचीन देवस्वोम बोर्ड के अध्यक्ष को सांप्रदायिक भेदभाव को लेकर खिलाफ शिकायत सौंपी।