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डेविस कप क्वालीफायर: क्रोएशिया को कड़ी चुनौती देने के इरादे से उतरेगा भारत

नई दिल्ली
भारत अपनी मजबूत टीम के साथ क्रोएशिया को उसके घर में 6-7 मार्च को हार्ड कोर्ट पर होने वाले डेविस कप विश्व ग्रुप क्वालीफायर मुकाबले में कड़ी चुनौती देने के इरादे से उतरेगा। भारत ने पिछले वर्ष नवंबर में पाकिस्तान को कजाकिस्तान के नूर सुल्तान में हुए मुकाबले में 4-0 से पराजित कर विश्व ग्रुप क्वालीफायर मुकाबले में जगह बनाई थी। इस मुकाबले के लिए भारतीय टीम में पेस के जोड़ीदार के रूप में देश के शीर्ष युगल खिलाड़ी रोहन बोपन्ना उतरेंगे जबकि एकल मैचों का दारोमदार प्रजनेश गुणेश्वरन, युवा खिलाड़ी सुमित नागल और रामकुमार रामनाथन के कंधों पर रहेगा। पेस पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मुकाबले में जीवन नेदुनचेझियन के साथ युगल मैच में खेले थे और उन्होंने यह मैच जीता था। लेकिन इस मैच में वह बोपन्ना के साथ उतरेंगे।

46 साल के पेस का डेविस कप में यह 21वां साल होगा। वह पहली बार देश के लिए 1990 में डेविस कप में खेले थे और अबतक कुल 57 मुकाबले खेले हैं और उनका एकल में 48 जीत और 22 हार तथा युगल में 44 जीत और 13 हार का रिकॉर्ड है। डेविस कप में उनका कुल रिकॉर्ड 92 जीत और 35 हार का है। वह डेविस कप इतिहास के सबसे सफल युगल खिलाड़ी हैं।

पेस ने हाल में पुणे में टाटा ओपन महाराष्ट्र टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था जो भारत में उनका आखिरी टूर्नामेंट था। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस मुकाबले के बाद डेविस कप को अलविदा कहते हैं या नहीं। एकल मुकाबलों के लिए 127वीं रैंकिंग के सुमित, 132वीं रैंकिंग के प्रजनेश और 182वीं रैंकिंग के रामकुमार जिम्मेदारी संभालेंगे। पाकिस्तान के खिलाफ एशिया ओसनिया जोन ग्रुप ए मुकाबले में रामकुमार और सुमित ने अपने-अपने एकल मैच जीते थे। लेकिन क्रोएशिया के खिलाफ चुनौती काफी मुश्किल रहेगी।

मेजबान टीम की चुनौती विश्व के 37वें नंबर के खिलाड़ी और 2014 के यूएस चैंपियन मारिन सिलिच संभालेंगे। सिलिच क्रोएशिया की टीम में टॉप-50 के एकमात्र खिलाड़ी हैं। भारतीय खिलाड़ी क्रोएशिया के शीर्ष खिलाड़ी बोर्ना कोरिच (33) की अनुपस्थिति का फायदा उठा सकते हैं। नागल और प्रजनेश के पास क्रोएशिया के दूसरे एकल खिलाड़ी बोर्ना गोजो को हराने का मौका हो सकता है जो विश्व रैंकिंग में 277वें नंबर पर हैं और उन्होंने अभी तक डेविस कप में कोई मैच नहीं जीता है। क्रोएशिया के अन्य खिलाड़ी नीनो सेदार्रुसिच (रैंकिंग 297) और मेट पेविच युगल (रैंकिंग 15) हैं।

भारत और क्रोएशिया के बीच इससे पहले 1995 में विश्व ग्रुप पहले राउंड का मुकाबला हुआ था और दिल्ली में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने 3-2 से जीत हासिल की थी। पेस के लिए यह मुकाबला बेहद यादगार रहा था क्योंकि उन्होंने अपने तीनों मैच जीतकर भारत को विजयी बनाया था। पेस ने पहले एकल में सासा हर्सजोन को पराजित किया था और फिर युगल मुकाबले में महेश भूपति के साथ हर्सजोन तथा गोरान इवानिसेविच को पराजित किया था। पेस ने पहले उलट एकल में यादगार प्रदर्शन करते हुए इवानिसेविच जैसे दिग्गज खिलाड़ी को पांच सेटों में 6-7, 4-6, 7-6, 6-4, 6-1 से हराया था।

 

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