पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने कहा है कि जिनके पास आवाज नहीं है उनकी आवाज वेटनरी डॉक्टर उठाते है। वेटनरी डॉक्टर अधिक संवेदनशील होते है वे पशुओं की समस्या खुद जानते है लेकिन इसके लिए उन्हें एनिमल के लिए एक्टिविस्ट की भूमिका निभाने की जरुरत है। वेटनरी एसोसिएशन के सेमिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में देश का सर्वाधिक गौवंश है। प्रदेश में पशुपालकों के लिए एक कॉल सेंटर बनाया गया है, इसके माध्यम से कई केस सॉल्व किए है। ऐसे सैकड़ों नाम है जो इस फील्ड से नहीं थे लेकिन उन्होेंने पशुओं के लिए आवाज उठाई। अच्छा काम करने वाले को पुरस्कार देने की शुरुआत करना चाहिए। उन्होेने कहा कि वेटनरी डॉक्टर और कॉलेजों की आवश्यकता है। सरकार ने वेटनरी एजुकेशन को लेकर अधिनियम को भी परिवर्तित किया है।