विदेश

मिस्र: बड़े इस्लामी आतंकी अश्मावी को फांसी

काहिरा
मिस्र की सेना ने कहा है कि बड़े इस्लामी आतंकवादी हिशम अश्मावी को बुधवार सुबह फांसी दे दी गई है। उसे पूर्वी लीबियन शहर डेर्ना से 2018 में पकड़ा गया था और फिर पिछले साल मई में इजिप्ट के मिलिट्री कमांडर खलीफा हफ्तार से अच्छे संबंधों के चलते उसे इजिप्ट के सुपुर्द कर दिया गया था। वह सुरक्षा बलों पर हाई प्रोफाइल हमले करवाने का दोषी पाया गया था, जिसके चलते उसे दोहरी मौत की सजा सुनाई गई थी।

कभी इजिप्ट की स्पेशल फोर्स का था ऑफिसर
जिस आतंकी अश्मावी को मिस्र ने फांसी पर लटकाया है, कभी वह इजिप्ट की ही स्पेशल फोर्स का ऑफिसर था। पहले वह सिएनी के अंसार बायत अल मकदिस आतंकी समूह से जुड़ा और फिर उससे अलग होकर 2014 में इस्लामिक स्टेट यानी आईएस में शामिल हो गया। वह देश के सबसे खतरनाक आतंकियों में से एक था। नवंबर 2019 में मिस्र की सेना ने अश्मावी को कई आतंकी हमलों में शामिल होने का दोषी पाते हुए मौत की सजा सुनाई थी।

सेना के जवानों और पुलिसवालों की भी की थी हत्या
अश्मावी को कुल 14 मामलों में दोषी पाया गया था, जिनमें से एक 2014 का मामला भी शामिल था, जिसमें मिस्र की सेना के 22 जवानों की हत्या की गई थी। उसने 2013 में पूर्व इंटेरियर मिनिस्टर की हत्या भी करने की कोशिश की थी। इसी हफ्ते में काहिरा क्रिमिनल कोर्ट ने अश्मावी और 36 अन्य को आतंकी मामलों और 50 पुलिसवालों की हत्या में शामिल होने के आरोप में दूसरी मौत की सजा सुनाई थी। बता दें कि अश्मावी लीबिया में घुसा था, ताकि वह आतंकी अंसार का अल-शरिया ग्रुप ज्वाइन कर सके। इसके बाद उसने अल कायदा से जुड़कर अल- मॉराबिटन नाम का आतंकी ग्रुप भी शुरू किया।

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