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उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 287 घर और 372 वाहन दंगे की भेंट चढ़े, बढ़ सकता है आंकड़ा

 नई दिल्ली                                                        
उत्तर-पूर्वी जिले में बीते सप्ताह हुर्ई हिंसा में उपद्रवियों ने कम से कम 287 मकानों, 327 दुकानों और 372 वाहनों को नुकसान पहुंचाया है। यह खुलासा दंगों में हुए नुकसान को लेकर जारी उत्तर-पूर्वी जिले के प्रशासन की अंतरिम रिपोर्ट में हुआ है। हालांकि, अभी अंतिम रिपोर्ट जारी होनी बाकी है और उसमें यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। वरिष्ठ संवाददाता की रिपोर्ट.. 

प्रशासन ने सर्वे कराया  

प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि यह रिपोर्ट दंगा प्रभावित इलाकों में तैनात की गई 18 एसडीएम की अगुवाई वाली टीमों के सर्वे के आधार पर तैयार की गई है। अभी सर्वे का काम पूरा नहीं हुआ है। 

अंतिम रिपोर्ट पर अभी भी संशय 

अंतिम रिपोर्ट कब आएगी, इस पर कुछ कहना मुश्किल है, क्योंकि बहुत से वाहनों को जलाने के बाद हटा दिया गया है। कई लोगों की दुकानें और घर जल चुके हैं, मगर वे डर की वजह से वापस नहीं लौटे है। पड़ोसियों के जरिए उनके संपर्क किया जा रहा है। 

बढ़ सकता है आंकड़ा

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मुताबिक, दंगे में हुए नुकसान के आंकड़े सोमवार शाम तक के ही हैं। अभी सर्वे चल रहा है और नुकसान का आंकड़ा बढ़ सकता है। दिल्ली सरकार की ओर से अभी तक दंगा पीड़ितों को 38.75 लाख की आर्थिक मदद दी गई है। तत्काल मदद के रूप में सिर्फ 25-25 हजार रुपये दिए गए हैं। अभी तक 89 लोगों को आर्थिक मदद मिल चुकी है। 

700 मीट्रिक टन ईंट-पत्थर उठाए

पूर्वी निगम ने दंगा प्रभावित क्षेत्रों की सड़कों से चार दिन में 700 मीट्रिक टन ईंट-पत्थर और 424 क्षतिग्रस्त एवं जली हुईं गाड़ियां हटाई हैं। पूर्वी निगम के शाहदरा जोन के नौ थानाक्षेत्रों में 15 इलाके दंगे से प्रभावित हुए हैं। बड़ी मात्रा में घरों की छतों पर भी पत्थर के ढेर मिले हैं। पूर्वी निगम ने मलबा साफ करने के लिए 500 से अधिक कर्मचारियों को 200 टिपर और 80 मिनी ट्रक के साथ सड़कों पर उतार रखा है।   

मैंने आज दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। एसडीएम के अलावा वॉलेंटियर्स और स्वयंसेवी संस्थाएं भी दंगा प्रभावित इलाकों में काम कर रही हैं। सरकार दंगा प्रभावित इलाकों में जीवन को पटरी पर लाने का प्रयास कर रही है।
-मनीष सिसोदिया, उपमुख्यमंत्री

अभी सड़कों पर बड़ी मात्रा में मलबा पड़ा है और पूरी तरह से सड़कों को साफ करने में अभी दो से तीन दिन लग सकते हैं। 
दिलराज कौर, निगमायुक्त,  पूर्वी निगम

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