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अर्थव्यवस्था को कोरोना फीवर से बचाने के लिए रिजर्व बैंक तैयार, बनाया जाएगा ऐक्शन प्लान

 कोलकाता/मुंबई
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने कहा कह कोरोना वायरस के प्रकोप से पैदा होने वाले फाइनेंशियल और मार्केट रिस्क से देश के बैंकिग सिस्टम को बचाने के लिए वह तैयार है। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण वैश्विक मांग को खतरे और करेंसी मूवमेंट्स के बीच प्रमुख देशों के सेंट्रल बैंकों की ओर से मिलकर पॉलिसी ऐक्शन लिए जाने की संभावना है। इसी का हवाला देते हुए आरबीआई ने यह बात कही। दरअसल, अमेरिकी वित्त मंत्री ने मंगलवार को कॉन्फ्रेंस कॉल में को बयान जारी कर कहा था कि G7 देशों के वित्त मंत्री 'उचित राजकोषीय उपाय करने सहित सभी कदम उठाने को तैयार हैं।' इस कॉन्फ्रेंस कॉल में अमेरिकी फेडरल रिजर्च के चेयरमैन जेरोम पॉवेल और बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर मार्क कार्नी भी शामिल थे।बाद में दिन में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने पॉलिसी रेट 50 बेसिस प्वाइंट्स घटा दिए।

तैयारी का आकलन कर बनेगा ऐक्शन प्लानआरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई कोरोना वायरस के प्रभावों से निपटने के कदम उठाने को तैयार है। उन्होंने ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में कहा कि ब्याज दर घटाने की गुंजाइश है। आरबीआई ने भारतीय बैंकों से कहा है कि वे आपात योजना तैयार करें और इसकी जानकारी आरबीआई को दें। आरबीआई के सुपरविजन डिपार्टमेंट ने एक लेटर में बैंकों से कहा है, 'वायरस के फैलने की रफ्तार को देखते हुए कृपया अपनी तैयारी का जल्द आकलन करें और एक ऐक्शन प्लान बनाएं। इसकी जानकारी जल्द मुहैया कराएं।' यह लेटर ईटी ने देखा है।

कंपनियों के सप्लाई चेन हो रहे प्रभावित
इन योजनाओं से कॉरपोरेट लोन पर और दबाव पड़ने की सूरत से निपटा जा सकेगा क्योंकि कई भारतीय कंपनियां कच्चे माल और उपकरणों के लिए चीन पर पूरी तरह निर्भर हैं। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि इन कंपनियों को सप्लाई चेन में बाधा पड़ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। आरबीआई ने बैंकों को जो लेटर भेजा है, उसमें कहा गया है कि कॉरपोरेट सेक्टर आमतौर पर करेंसी और कमोडिटी प्राइस में उतार-चढ़ाव के लिए पर्याप्त हेजिंग नहीं करता है और इससे बैंकों की सेहत के लिए बड़ा जोखिम बन सकता है।
 
आर्थिक गतिविधियों पर RBI की नजर
आरबीआई ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ' आर्थिक गतिविधि में किसी भी असर से निपटने के लिए मिलजुलकर पॉलिसी ऐक्शन लेने की उम्मीदों ने आज मार्केट सेंटिमेंट मजबूत किया।' इसमें कहा गया, 'वैश्विक और घरेलू गतिविधियों पर आरबीआई की नजर बनी हुई है। आरबीआई फाइनेंशियल मार्केट्स का कामकाज ठीकठाक रखने, मार्केट कॉन्फिडेंस बनाए रखने और वित्तीय स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए सभी उचित कदम उठाने को तैयार है।'

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