नई दिल्ली
दिल्ली में रविवार शाम को अफवाहों का बाजार गर्म होते ही कुछ ऐसे लोग भी सक्रिय हो गए जो बहाने किसी से दुश्मनी निकालना चाहते थे। आपाधापी के बीच एक शख्स ने पुलिस को कॉल करके अपने पड़ोसी का अड्रेस देकर बोला कि यहां दो समुदायों में दंगा हो गया है। लेकिन जब पुलिस ने इन्हें क्रॉस चेक किया तो इनकी कलई खुल गई। पुलिस द्वारा सख्ती से पूछे जाने पर इन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने इन्हें अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया।
मामले में रविवार शाम 7 बजे से अफवाह भरी पीसीआर कॉल आनी शुरू हुई थीं। अफवाह वाली 1880 पीसीआर कॉल करने वालों में से पुलिस ने 41 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें सबसे अधिक 21 नॉर्थ-वेस्ट और 18 साउथ दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किए। मामले में साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर और नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली की डीसीपी विजयंता आर्य ने बताया कि कितनी ही कॉल लोगों ने अपनी निजी दुश्मनी का बदला लेने के लिए भी कीं।
आपसी झगड़े में कर दी दंगे की कॉल
डीसीपी विजयंता आर्य ने बताया कि भारत नगर इलाके से उनके पास कॉल आई कि यहां दो समुदाय में झगड़ा हो गया है। मौके पर गई पुलिस ने जांच के बाद पाया कि असल में कॉलर यहां पड़ोसी का टेंट हटवाना चाहता था। इस वजह से उसने यह दंगे वाली झूठी कॉल कर दी। इसी तरह से एक शख्स ने पहले पुलिस को कॉल की कि कुछ लोग हथियार लेकर आ रहे हैं। अगर जल्दी पुलिस ना आई तो वह यहां मारकाट मचा देंगे। मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां सबकुछ शांत था। पुलिस उसे समझाकर वापस आ गई। कुछ ही देर में उसने फिर से कॉल कर दी कि दंगाइयों ने उसकी बाइक को जला दिया। पुलिस फिर मौके पर पहुंची तो उसकी बाइक सही सलामत खड़ी थी। फिर पुलिस ने उसे अफवाह फैलाने के आरोप में पकड़ लिया।
शराब के नसे में पुलिस को कॉल
एक युवक ने शराब पीकर दंगा भड़कने की कॉल कर दी। साउथ दिल्ली पुलिस ने बताया कि एक शख्स ने कॉल करके बताया कि उसके सामने मंदिर-मस्जिद में कुछ सामान भरा जा रहा है। डर है कि दंगा हो सकता है। मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां कोई मंदिर-मस्जिद ही नहीं था। उसे पकड़ लिया गया। इसी तरह से एक शख्स ने वॉट्सऐप मेसेज को पढ़कर इलाके में दंगा भड़कने और गोली चलने की पीसीआर कॉल कर दी। अफवाह फैलाने वाले मामले में पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने भी कहा है कि कुछ देश विरोधी और शरारती तत्व अफवाह फैलाकर दिल्ली में शांति भंग करना चाहते हैं। ऐसी कॉल या मेसैज मिलने पर आप एक बार पहले पुलिस से कन्फर्म कर लें। एकदम से डरे नहीं। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।