नई दिल्ली
नेहरू विहार के पार्षद ताहिर हुसैन की बिल्डिंग का शुक्रवार को क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (SIT) ने मुआयना किया। अफसरों ने बिल्डिंग का ऊपर से नीचे तक निरीक्षण किया। फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम ने भी बिल्डिंग की हरेक मंजिल से सैंपल उठाए हैं। आईबी के अंकित शर्मा के पिता ने अपने बयान में दावा किया है कि उनके बेटे को ताहिर की बिल्डिंग के भीतर खींचा था। हत्या भी इसी बिल्डिंग में किए जाने का दावा किया गया है। इसलिए एसआईटी की टीम ने इसी बिल्डिंग से सबूत जुटाने की शुरुआत की। अगर आसपास हत्या हुई होगी तो वहां अंकित के खून से सैंपल जरूर मिलेंगे। कुछ अफसरों ने उस नाले का भी निरीक्षण किया, जहां से अंकित की लाश बरामद हुई थी। इस दौरान पुलिस की कई टीमें ताहिर की तलाश में जुट गई हैं, जो अभी तक पकड़ में नहीं आए हैं।
डीसीपी जॉय टिर्की की टीम ने सिलसिलेवार तरीके से मुआयना किया। जांच में जुटे एक अफसर ने बताया कि अंकित के पिता ने अपने बयान में हत्या पार्षद ताहिर के बिल्डिंग में किए जाने की बात कही है। इसलिए जांच की शुरुआत यहीं से की गई है। एसआईटी ने बिल्डिंग के हरेक हिस्से का मुआयना कर यह बता लगाने की कोशिश की है कि कहां पर हत्या को अंजाम दिया गया है। हत्या में चाकू और कुल्हाड़ी जैसे धारदार हत्यारों का इस्तेमाल होने की बात सामने आई है। इससे जाहिर है कि जिस जगह पर हत्या को अंजाम दिया गया होगा, वहां पर खून के छींटे जरूर होंगे।
दिल्ली दंगे: वो कहानियों जो इंसानियत की मिसाल बन गईंउत्तर-पूर्वी दिल्ली जब दंगों की आग में जल रह थी, उस समय वहां इंसानियत और भाइचारे की लौ भी टिमटिमा रही थी। दंगों की आग बुझने के बाद अब दिल को कुछ सुकून देने वाली ये कहानियां सामने आ रही हैं। शुक्रवार को अपने रिश्तेदार का हालचाल जानने जीटीबी अस्पताल पहुंचीं तबस्सुम और ईश्वरी ने बताया कि कैसे हिंदू परिवारों ने गली के करीब 10 मुस्लिम परिवारों को दंगाइयों की भीड़ से बचाया। दो दिन तक अपने घर पर पनाह दी और फिर ह्यूमन चेन बनाकर सुरक्षित रिश्तेदारों के घर तक पहुंचाया। वहीं शिव विहार इलाके में रहने वाले सलीम ने बताया कि किस तरह दंगाइयों ने उनकी आंखों के सामने उनके भाई को गोली मारकर जिंदा जला दिया, लेकिन हिंदू पड़ोसियों ने घर की छत पर उन्हें छिपाकर उनकी जान बची ली।
यह पूछने पर कि क्या ऐसा कुछ जांच में सामने आया है, अफसर ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने बताया कि एफएसएल की टीम को इसी लिए बुलाया गया था, ताकि वो सैंपल उठाकर ले जाए। इन नमूनों की जांच से कुछ कहानी बाहर आ सकती है। अंकित की बॉडी जिस नाले में मिली थी, जांच अफसरों ने उसका भी निरीक्षण किया। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है और इलाके में सक्रिय रहे मोबाइल फोन के डंप डेटा की भी जांच की जा रही है। अफसरों का कहना है कि ताहिर की तलाश में दबिश दी जा रही हैं, जिसे जल्द दबोच लिया जाएगा।