रायपुर
बलरामपुर जिले के गांव में बालिका के साथ सामूहिक दुराचार का मामला विधानसभा में उठा। कांग्रेस सदस्य बृहस्पत सिंह ने आरोप लगाया कि आरोपियों को पुलिसकर्मियों का संरक्षण मिला था। इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दोषी सभी सात पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 7 दिन के भीतर प्रकरण की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार पुलिस कर्मियों को बर्खास्त भी कर दिया जाएगा।
कांग्रेस सदस्य बृहस्पत सिंह ने ध्यानाकर्षण सूचना के जरिए मामला उठाया। उन्होंने कहा कि बलरामपुर जिले के ग्राम टंगरमहरी में बालिका के साथ सामूहिक दुराचार किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस वालों ने पीड़ित पक्ष के साथ असंवेदनशील रवैया अपनाया था। रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही थी तथा वे खुद वहां पहुंचे और उनके पहुंचने पर भी उनसे अमर्यादित व्यवहार किया गया। जिससे पीड़ित पक्ष को मानसिक यातनाएं झेलनी पड़ी और आरोपियों को संरक्षण मिलता रहा। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
कांग्रेस सदस्य संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने तत्काल थाने के टीआई उमेश बघेल, अखिलेश सिंह, केपी सिंह, जोहन, सुधीर, अजय और शशि टिर्की को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। उन्होंने प्रकरण की 7 दिनों के भीतर जांच की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जांच के बाद मामला बर्खास्त करने लायक पाया, तो सभी को बर्खास्त भी किया जा सकता है।