प्रशांत किशोर पर एफआईआर मामले में कागजात की जांच शुरू

 पटना 
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर जालसाजी में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब उन कागजात की जांच शुरू कर दी गयी है, जिन्हें शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिया है। इस हाईप्रोफाइल मामले को लेकर फिलहाल पुलिस के आलाधिकारी साफ-साफ कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं।

पुलिस अफसरों ने बस इतना कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी। सूत्रों की मानें तो जांच के दौरान आरोपित प्रशांत किशोर का पक्ष भी पुलिस जानेगी। मोतिहारी के रहने वाले शाश्वत गौतम और प्रशांत किशोर के कंटेट का मिलान भी पुलिस करेगी। इसके लिए एक्सपर्ट की राय ली जा सकती है। 

पूरे प्रकरण पर एक नजर
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के खिलाफ पाटलिपुत्र थाने में फर्जीवाड़े की एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन पर अपने अभियान (बात बिहार की) के लिए कंटेट की नकल करने का आरोप लगा है। इस बाबत शाश्वत गौतम ने एफआईआर दर्ज कराई है। प्राथमिकी में एक अन्य युवक ओसामा का भी नाम है। ओसामा पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ सचिव का चुनाव लड़ चुका है। केस दर्ज करवाने वाले शाश्वत पूर्व में कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं।

दरअसल शाश्वत ने बिहार की बात के नाम से एक प्रोजेक्ट बनाया था, जिसे भविष्य में लांच करने की बात थी। इसी बीच उनके यहां काम करने वाले ओसामा ने इस्तीफा दे दिया। आरोपों की मानें तो उसी ने बिहार की बात के सारे कंटेंट प्रशांत किशोर के हवाले कर दिया। इसके बाद प्रशांत किशोर ने उस कंटेंट को अपनी वेबसाइट पर डाल दिया।

आरोपों के अनुसार 20 फरवरी को जिस वेबसाइट को प्रशांत किशोर ने लांच किया था, उसमें सारे कंटेंट शाश्वत गौतम के हैं। शाश्वत का दावा है कि अपने कंटेंट के साथ उन्होंने वेबसाइट को जनवरी में ही रजिस्टर्ड करवाया था, जबकि प्रशांत किशोर ने अपनी वेबसाइट फरवरी में पंजीकृत करवायी।

पुलिस जांच करे, सब कुछ साफ हो जायेगा : प्रशांत
इधर, प्रशांत किशोर ने गुरुवार को इस प्रकरण पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वे शाश्वत गौतम को जानते तक नहीं। कभी शाश्वत ने उनके साथ काम किया होगा, जिसका उन्हें भी ध्यान नहीं। प्रशांत ने कहा कि सस्ती लोकप्रियता के लिए एफआईआर से लेकर कंटेंट चोरी करने और अन्य आरोप लगाये गये हैं। वे खुद चाहते हैं कि इस मामले की जांच पुलिस करे। जांच के बाद सब कुछ साफ हो जायेगा।

कभी शाश्वत के यहां काम नहीं किया : ओसामा
उधर, ओसामा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उसने बतौर कर्मी कभी भी शाश्वत के यहां काम नहीं किया है। ओसामा ने गुरुवार को फ्रेजर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में प्रेस वार्ता कर कहा कि शाश्वत ही अक्सर उसे बुलाया करते थे। ओसामा ने कहा कि उस पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। शाश्वत ने जान-बूझकर लोकप्रियता हासिल करने के लिए झूठा केस दर्ज करवाया। साथ ही शाश्वत पर ही वेबसाइट के नाम की चोरी का आरोप लगाया। कहा, एफआईआर कराने के बाद वे गायब हैं।

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