भोपाल
अपनी तेजतर्रार कार्यशैली, ईमानदार और स्वच्छ छवि के चलते बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर पहुंचे विष्णुदत्त शर्मा ने स्वीकार किया है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की पराजय का एक बड़ा कारण टिकट वितरण में हुई भूल थी। विष्णु ने कहा कि हार की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि यदि कुछ चेहरे बदल दिए जाते तो शायद परिणाम कुछ और होते। हालांकि वोटों का प्रतिशत फिर भी बीजेपी का ही ज्यादा था।
विष्णु दत्त ने यह भी कहा कि वर्तमान में मध्यप्रदेश में संवैधानिक संकट के हालात हैं क्योंकि मंत्री तक यह कह रहे हैं कि कमलनाथ सरकार में अधिकारियों की किचन केबिनेट है और सारे के सारे फैसले वही ले रहे हैं। कैबिनेट का कोई अस्तित्व नहीं है ।सिंधिया जैसे कद्दावर नेता को सड़कों पर उतरने की बात कहनी पड़ रही है। वीडी शर्मा ने इस सवाल का जवाब पूछे जाने पर कि जौरा और आगर- मालवा के उपचुनाव उनके लिए अग्निपरीक्षा होंगे, कहा पार्टी पूरी तरह तैयार है और इन दोनों उप चुनावों में जीत हमारी ही होगी । पार्टी के बड़े नेताओं के साथ सामन्जस्य के सवाल पर वीडी शर्मा ने कहा कि हमारे सभी बड़े नेताओं का अपने अपने क्षेत्र में व्यापक प्रभाव है और उन सभी के साथ पार्टी को एक सूत्र में पिरोना उनकी प्राथमिकता होगी।