पटना
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि पुलिस व जनता के बीच बेहतर समन्वय हो। पुलिस जनता के साथ जुड़े और उसके दु:ख दर्द को सुने। शनिवार को सरदार पटेल सभागार में बिहार पुलिस सप्ताह शुरू करते हुए श्री कुमार ने कहा कि इस दौरान महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विचार-विमर्श करें। जब भी मौका मिले एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। हमें जो आज समय मिला है वह आगे नहीं रहेगा। लेकिन जब तक समय है, तब तक उसका सदुपयोग करें और लोगों को मदद करें। पुलिस को वर्तमान समय में जीना चाहिए। जो चीज उसके नियंत्रण में नहीं है, उस पर पश्चाताप नहीं करना चाहिए। जनता के बीच जाएं और समाज सेवा करें। पुलिस अधिकारी अपने सहकर्मियों की चिंता करें और उनकी भावनाओं का ख्याल करें। सहकर्मियों की जो समस्याएं है उसका निदान करें। जल जीवन हरियाली के तहत प्रत्येक थाने में एक तालाब बनाकर उसे खूबसूरत बनाएं।
पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा कि पुलिस सप्ताह के अवसर कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। ‘लहू हमारा जनसेवा है’ कार्यक्रम के तहत जनता के संपर्क किया जाएगा। हर पंचायत में स्थानीय थाने की पुलिस व जनता के बीच खेलकूद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान शराबबंदी अभियान का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। जो व्यक्ति शराब छोड़ चुके हैं उनके माध्यम से जनता में जागरूकता लाई जाएगी। डीजीपी ने कहा कि गृह विभाग व पुलिस विभाग के बीच बेहतर समन्वय है। पुलिस अधिकारी महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें। पुलिस अपने कार्य की समीक्षा करें।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अमीर सुबहानी ने कहा कि जल जीवन हरियाली कार्यक्रम पर ध्यान देना है। अपने-अपने क्षेत्र में इस कार्यक्रम को लागू करें। पुलिस अधिकारी ट्रांसफर व पोस्टिंग के चक्कर में नहीं पड़ें और जहां भी हैं वहां मुस्तैदी से काम करें और अपराध नियंत्रण पर पूरा ध्यान दें। इस अवसर पर बिहार सैन्य पुलिस के पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल, पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण आलोक राज, एडीजी ए. के. अम्बेदकर, विनय कुमार, जे. एस. गंगवार, सुनील कुमार झा, जितेन्द्र कुमार, अमित कुमार, आईजी सुशील मानसिंह खोपड़े, नैयर हसनैन खां सहित कई वरीय पुलिस अधिकारी शामिल थे।