रायपुर
प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी ने भाजपा धरने पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि भाजपा की किसानों को लेकर की जा रही राजनीति और किसान विरोधी चरित्र अब उजागर हो गया है। जब मोदी सरकार ने कहा था 300 रुपये बोनस नहीं देना है तो भाजपा सरकार चि_ी लिखकर रह गयी। न किसानों को बोनस दिया, न मोदी सरकार के खिलाफ धरना दिया।
उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ने 300 रुपए बोनस देने से रोका तब भाजपा खामोश रही। छत्तीसगढ़ सरकार ने जब कहा कि 2500 रुपये देंगे और मोदी सरकार ने रोका, तब भी भाजपा ने किसान विरोधी फैसले के खिलाफ धरना नहीं दिया। किसानों के हितैषी होते तो तब भी धरना देते। इस बार तो छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए चि_ी भी नहीं लिखी। भाजपा को धरना, तब करना था जब मोदी सरकार ने कहा था किसानों को 2500 रुपये मत दो। आज के भाजपा के धरने से उनका किसान विरोधी चरित्र बेनकाब हो गया है।
कांग्रेस संचार प्रमुख श्री त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा को धरने पर बैठने का नैतिक अधिकार नहीं है। वह धरने पर बैठने के बजाय किसानों को गुमराह करने के लिए क्षमा मांगे। भाजपा, किसानों का निरंतर उपेक्षा और अपमान करती रही है। उनका किसान हितैषी सिर्फ दिखावा है। वास्तव में भाजपा का चरित्र धान विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी, छत्तीसगढ़ विरोधी है।
उन्होंने कहा कि हमने दो साल में औसत 81.60 लाख टन धान खरीदा। पिछले साल 2018-19 में कांग्रेस सरकार ने 2017-18 में भाजपा सरकार की धान खरीद से 13.50 लाख टन ज्यादा धान खरीदा। इस साल 2019-20 में फिर बढ़ी 2.5 लाख टन धान की खरीद। यानी भाजपा सरकार के अंतिम वर्ष में खरीदे धान से इस साल खरीदा गया 16 लाख टन ज्यादा है। 2013-14 को भाजपा सरकार ने 78.35 लाख टन धान खरीदा। भाजपा सरकार की तुलना में कांग्रेस सरकार ने ज्यादा धान खरीदा। ज्यादा दाम पर ज्यादा किसानों की धान खरीद की।