शहडोल
सरकार किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए तमाम कोशिश कर रही है। इसके लिए किसानों की कर्जमाफी की जा रही है लेकिन इसके बाद भी किसान बिजली का बकाया बिल नहीं भर पा रहे हैं। जिले के 16 हजार किसानों पर लगभग 16 करोड़ रुपए बकाया है। बिजली कंपनी बकाया वसूली का लक्ष्य पूरा करने सख्ती पर उतर आई है। बिजली कंपनी ने सिंचाई पंपों पर बकाया बिजली बिल वसूल करने के लिए किसानों का कनेक्शन काटना शुरू कर दिया है। फरवरी माह में 18 दिनों के अंदर लगभग 1500 किसानों के सिंचाई पंपों के कनेक्शन काट दिए हैं। यानि हर दिन 100 से ज्यादा किसानों के कनेक्शन काटे गए हैं।
सूखने के कगार पर फसलें
बिजली कंपनी ने 1500 किसानों के सिंचाई पंपों के कनेक्शन काट दिए हैं। इन किसानों की खेत में फसल खड़ी है। कनेक्शन काटे जाने के बाद फसलों के सूखने की नौबत आ गई है। इसमें गेंहू से लेकर सब्जियां प्रमूखता से शामिल हैं। 16 हजार किसानों पर धीरे-धीरे तीन से चार सालों में लगभग 16 करोड़ रुपया बकाया बिजली बिल हो गया है। सरकार किसानों के बिजली बिल कम करने के लिए सिंचाई पंप कनेक्शनों पर सब्सिडी दे रही है लेकिन इसके बाद भी किसान आर्थिक हालत खराब होने के चलते बकाया बिजली बिल जमा नहीं कर पा रहे हैं।
बिजली कंपनी के अधिकारी दरअसल वित्तीय वर्ष के अंत यानि 31 मार्च तक अपनी बकाया वसूली का लक्ष्य पूरा करने किसानों के कनेक्शन काटने की कार्रवाई कर रहे हैं। कनेक्शन काटने के पहले किसानों को नोटिस जारी किया गया। इसके बाद भी जब किसानों ने बिजली बिल जमा नहीं किया तो कनेक्शन काटा जा रहा है। कनेक्शन काटने के लिए टीमें बनाई गई हैं। बिजली कंपनी ने अभी तक 2 करोड़ रुपए वसूल लिए हैं। बाकी 14 करोड़ रुपए वसूली के लिए अभी और किसानों के कनेक्शन काटे जाएंगे। इस संबंध में बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री ने कहा कि किसानों पर बकाया बिजली बिल 31 मार्च तक वसूल करना है। इसलिए नोटिस देने के बाद बिल जमा नहींं करने वाले 1500 किसानों के कनेक्शन काटे गए हैं।