हॉन्ग कॉन्ग
हॉन्ग कॉन्ग शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (HSBC) ने अपने कारोबार का तर्कसंगत पुनर्गठन करने की घोषणा की। इसके तहत 35,000 लोगों की छंटनी किया जाना शाामिल है। इसकी प्रमुख वजह कंपनी का लाभ लगातार तीन साल से घटना है। बैंक का कहना है कि वह अपने बैंक के यूरोप और अमेरिका के कारोबार का दायरा भी घटाएगा। कोरोना वाइरस से भी बैंक के बिजनस पर असर हुआ है।
कोरोना से ग्लोबल ट्रेड को भी नुकसान
कोरोना के कारण चीन में इमर्जेंसी जैसे हालात हैं। अब तक वहां 1800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पूरी दुनिया में 65000 से ज्यादा लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं। चीन में सप्लाई और डिमांड का संतुलन पूरी तरह बिगड़ गया है। जिन देशों के साथ चीन का ज्यादा व्यापार होता है, वहां बहुत बड़ी समस्या पैदा हो गई है। फिलहाल कोरोना पर कंट्रोल होता दिख नहीं रहा है, इसलिए ग्लोबल ट्रेड को भारी नुकसान की संभावना लग रही है। IMF ने भी कहा है कि कोरोना के कारण ग्लोबल ग्रोथ रेट में 20 पाइंट्स तक की गिरावट हो सकती है।
कोरोना का भी दिख रहा असर
अमेरिका-चीन के बीच छिड़े व्यापार युद्ध, ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर आने और चीन में कोरोना वाइरस फैलने की समस्या को देखते हुए बैंक कई तरह की अनिश्चिताओं का सामना कर रहा है। ऐसे में वह अपनी परिचालन लागत में कटौती पर ध्यान दे रहा है। हालांकि चीन में बेहतर मौजूदगी के चलते बैंक का एशियाई कारोबार अच्छा चल रहा है। जबकि उसके अमेरिका और यूरोप के कारोबार का प्रदर्शन निराशाजनक है।
अगले तीन सालों में होगी छंटनी
बैंक के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी नोएल क्युइन ने कहा, ' हमारे कारोबार के कुछ हिस्से उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर रहे। इसलिए अपने निवेशकों को बेहतर परिणाम देने के लिए हम अपनी योजना पर पुनर्विचार कर रहे हैं।' बाद में ब्लूमबर्ग न्यूज के साथ एक संवाद में उन्होंने कहा कि अगले तीन साल में वह अपने कर्मचारियों की संख्या 2,35,000 से घटाकर 2,00,000 करेंगे। हालांकि उन्होंने इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी। वहीं बैंक के पुनर्गठन की योजना 2012 से उसकी महत्वकांक्षी योजना है।