बिलासपुर में टीचर्स ने सरकारी स्कूल को बनाया ‘मयखाना’, बच्चों के सामने ही की शराब पार्टी

बिलासपुर
स्कूल (School) शिक्षा की प्रथम सीढ़ी प्राथमिक शाला को माना जाता है जहां माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षकों के सानिध्य में शिक्षा ग्रहण करने भेजते हैं. ताकि बच्चे स्कूल के वातावरण में कुछ सीख कर अपना भविष्य गढ़ सकें, लेकिन इन सब से हटकर अब शिक्षक (Teacher) स्टूडेंट को अच्छी शिक्षा संस्कार देने की बजाए स्कूल में ही उनके सामने मछली भात खा रहे हैं और शराब पी रहे हैं तो सोचिए ऐसे शिक्षकों के हाथों में देश का भविष्य कितना सुरक्षित है.

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilaspur) के एक सरकारी स्कूल (Government School ) में शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगे हैं. विकास खंड शिक्षा अधिकारी बिल्हा अंतर्गत संचालित स्कूल के शिक्षकों की शिकायत की गई है. जिले के कोहरौदा मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षकों पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने मिड डे मील की रसोई में मछली पकाई. जबकि मेन्यू में मछली पकाना शामिल नहीं है. इतना ही नहीं बच्चों के सामने ही मछली चावल खाकर शराब भी पी.

बच्चों के परिजनों ने बताया कि स्कूल में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है आए दिन शिक्षक ऐसी हरकत करते हैं. एक विद्यार्थी के परिजन ने बताया कि शिक्षकों की ऐसी हरकतों की शिकायत अधिकारियों से की गई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. स्कूलों की मॉनिटरिंग के लिए संकुल समन्वयक, सहायक शिक्षा अधिकारी, समेत कई जिम्मेदार यहां हैं, लेकिन इनका कोई असर शिक्षकों पर नहीं पड़ता.

..तो होगी कार्रवाईकोहरौदा के सरकारी स्कूल में शिक्षकों द्वारा शराब पार्टी करने के मामले में शिक्षा विभाग की लगातार किरकिरी हो रही है. बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी आरएन हीराधर का कहना है कि मामले के संज्ञान में आते ही शिक्षकों से जवाब मांगा गया है. जल्द ही दोषी शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. विभागीय स्तर पर मामले की जांच की जा रही है.

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