भोपाल
मध्य प्रदेश में सड़क हादसों (Road Accidents) को कंट्रोल करने के लिए अब पुलिस को हाईटेक संसाधनों से लैस किया जा रहा है. पुलिस विभाग ने अपने महकमे के लिए नए-नए उपकरण खरीदे हैं. इनमें से कुछ को जमीन पर पहुंचाया गया है और कुछ उपकरणों को दिया जाना अभी बाकी है. इन उपकरणों में बॉडी वॉर्न कैमरा, स्पीड रडार (Speed Radar) और साउंड मीटर शामिल हैं.
पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान से मिली जानकारी के अनुसार रोड सेफ्टी क्रियान्वयन समिति की बैठक में इन उपकरणों को खरीदने की अनुमति दी गई थी. इनका इस्तेमाल पहले बड़े शहरों में किया जा रहा है. एआईजी प्रशांत शर्मा ने न्यूज़ 18 को बताया कि स्पीड रडार गन ले रहे हैं, जिससे स्पीड पर कंट्रोल के साथ कार्रवाई भी आसानी से हो सकेगी. बीथ एनेलाइजर बांट दिए गए हैं. इसके अलावा 500 बॉडी वॉर्न कैमरे लिए गए हैं. जल्द ही इनमें से 220 ट्रैफिक पुलिस और बाकी की थाना पुलिस को दिए जाएंगे. बॉडी वॉर्न कैमरों के जरिए पुलिस और वाहन चालक की हर एक गतिविधि कैद होगी और काम में पूरी तरह पारदर्शिता आएगी. साथ ही अभद्रता की घटना में कम होगी.
ये हैं हाईटेक उपकरण
1-डी वॉर्न कैमरा- ट्रैफिक को संभालने के दौरान अक्सर पुलिस पर अभद्रता, अवैध वसूली के आरोप लगते हैं. इन सबको रोकने और काम में पारदर्शिता लगाने के लिए बॉडी वॉर्न कैमरा का इस्तेमाल किया जाएगा.
2-स्पीड रडार- तेज गति से वाहन चलाने वालों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस को स्पीड रडार दिए जा रहे हैं. यह स्पीड रडार पहले प्रयोग के तौर पर इस्तेमाल किए गए थे, लेकिन अब इनकी खरीदारी की गई है और जल्द ही इसे प्रदेश पुलिस को दिए जाएंगे.
3-साउंड मीटर- वाहनों के शोर पर कंट्रोल करने के लिए साउंड मीटर को भी खरीदने का काम पुलिस मुख्यालय ने किया है. मुख्यालय के निर्देश और प्लानिंग के तहत पीटीआरआई ने इन उपकरणों को खरीदा है. इन उपकरणों को भी जल्द पुलिस तक पहुंचाया जाएगा.