लखनऊ
शासन ने शनिवार को डीजी रैंक के तीन आईपीएस अधिकारियों को नई तैनाती दे दी। इसमें प्रतिनियुक्ति से वापस आए देवेंद्र सिंह चौहान, हाल ही में प्रोन्नति पाए विजय कुमार और कमल सक्सेना शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आए 1988 बैच के आईपीएस देवेंद्र सिंह चौहान को डीजी इंटेलीजेंस बनाया गया है। डीजी इंटेलीजेंस का पद 31 जनवरी को भवेश सिंह के रिटायरमेंट के बाद से खाली था। वहीं 1988 बैच के ही डीजी ट्रैफिक विजय कुमार को डीजी होमगार्ड बनाया गया है।
होमगार्ड विभाग में ड्यूटी घोटाला सामने आने के बाद तत्कालीन डीजी होमगार्ड जीएल मीणा को हटा दिया गया था। उनके स्थान पर डीजी जेल आनंद कुमार को होमगार्ड का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था। वहीं हाल ही में डीजी के पद पर प्रोन्नति पाने वाले कमल सक्सेना को पावर कार्पोरेशन में ही डीजी बना दिया गया है। वह अभी तक एडीजी पावर कार्पोरेशन के पद पर कार्यरत थे। कमल सक्सेना भी 1988 बैच के आईपीएस हैं।
प्रदेश में नए डीजीपी को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सूत्रों का कहना है कि केंद्र ने अपनी प्रक्रिया पूरी कर डीजी के पद के लिए तीन नाम प्रदेश सरकार को भेज दिए हैं। इसमें मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी केअलावा सीआरपीएफ के डीजी एपी माहेश्वरी और आरपीएफ के डीजी अरुण कुमार का नाम शामिल है।
हालांकि शासन स्तर पर इस बारे में कुछ नहीं बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि हितेश चंद्र अवस्थी को ही पूर्णकालिक डीजीपी बनाए जाने की ज्यादा संभावना है। क्योंकि साढ़े पांच महीने के बाद पूर्णकालिक मुख्य सचिव की तैनाती हुई है। ऐसे में डीजीपी को कब पूर्णकालिक किया जाएगा यह कहना मुश्किल है।