नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद भारतीय जनता पार्टी भड़काऊ बयानबाजी को लेकर सख्त हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 'देवबंद को आतंक की गंगोत्री' बताने वाले पार्टी के फायर ब्रैंड नेता गिरिराज सिंह को शनिवार को तलब किया और सख्त चेतावनी दी। नड्डा ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि 'देश के गद्दारों को' और 'भारत-पाक मैच' जैसे बयानों से पार्टी को दिल्ली चुनाव में नुकसान हुआ। अमित शाह के इस बयान के बाद अब बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने भड़काऊ बयानबाजी के खिलाफ सख्त रुख अपनाना शुरू कर दिया है। नड्डा ने अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय मंत्री तथा बिहार के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह को तलब किया है। नड्डा ने सिंह से करीब 15 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान उन्हें सख्त चेतावनी दी और कहा कि विवादित बयानों से दूर रहें। नड्डा से मुलाकात के बाद गिरिराज सिंह ने मीडिया से बातचीत में कुछ नहीं कहा।
देवबंद पर क्या बोले थे गिरिराज सिंह
गिरिराज ने बुधवार को कहा था, 'देखिए कितने लोग देवबंद से आतंकी गतिविधियों में शामिल हुए हैं। दुर्भाग्य है इस देश का जो राष्ट्र के लिए काम करना चाहिए, वे राष्ट्र विरोधी..मैंने सही कहा कि देवबंद गंगोत्री है आतंकवाद का।' उन्होंने आगे कहा, 'जब सोनिया (गांधी) जी बाटला हाउस में गई थीं एनकाउंटर में आंसू बहाने तो भी भीड़ थी उन गलियों में। दिग्विजय सिंह आजमगढ़ गए थे तो भी भीड़ थी, जितने देश में शाहीन बाग हो रहे हैं, वे एक तरह से खिलाफत आंदोलन हो रहा है, देश को तोड़ने की साजिश हो रही है।'
अमित शाह ने जताई थी नाराजगी
बीजेपी अध्यक्ष ने सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई ऐसे समय पर की है जब पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को स्वीकार किया था कि बीजेपी नेताओं के विवादित बयानों से दिल्ली चुनाव में पार्टी को नुकसान हुआ। उन्होंने साथ में यह भी कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजों को सीएए और एनआरसी पर जनादेश नहीं माना जा सकता। टाइम्स नाउ समिट में शाह ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को 'देश के गद्दारों को' और 'भारत-पाक मैच' जैसे बयान नहीं देने चाहिए थे। चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी नेता व वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने 'देश के गद्दारों…' नारा देकर विवाद पैदा कर दिया था। शाह ने 'टाइम्स नाउ समिट' में इससे जुड़े सवाल पर कहा, 'देश के गद्दारों…' जैसा बयान नहीं दिया जाना चाहिए था। पार्टी ऐसे बयानों से संभवतः नुकसान पहुंचा है।' दिल्ली में हार पर अमित शाह ने माना कि उनके अनुमान लगाने में चूक हुई। उनका कहना था कि अनुमान में गलती किसी से भी हो सकती है।
बीजेपी के ऐक्शन के राजनीतिक मायने
माना जा रहा है कि बिहार और पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले भड़काऊ बयानबाजी के खिलाफ बीजेपी अध्यक्ष ने गिरिराज के खिलाफ कार्रवाई करके पार्टी के अंदर और बाहर एक सख्त संदेश देने की कोशिश की है। नड्डा ने यह साफ कर दिया कि पार्टी अब किसी भी तरह के भड़काऊ बयानबाजी को माफ नहीं करेगी और अनुराग ठाकुर, अनंत हेगड़े जैसे पार्टी नेताओं को भविष्य में इस तरह की बयानबाजी से बचना होगा।
पश्चिम बंगाल और बिहार चुनाव पर नजर
बीजेपी की नजर अब इस साल बिहार और अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर है। दरअसल बिहार में जेडीयू नेता नीतीश कुमार को बड़ी संख्या में मुसलमान भी वोट करते हैं। बीजेपी को डर सता रहा है कि भड़काऊ बयानों से मुसलमान नाराज हो जाएंगे और बिहार में उसे इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। मुसलमानों के अलावा समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इस तरह के बयानों को पसंद नहीं करते हैं और इसका उदाहरण दिल्ली चुनाव में देखना पड़ा जहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि बिहार की कुल आबादी में एक करोड़ 37 लाख मुसलमान हैं और कई सीटों पर उनका अच्छा प्रभाव है। मुस्लिम परंपरागत रूप से आरजेडी और कांग्रेस के साथ जाते हैं लेकिन उनका एक बड़ा तबका नीतीश कुमार को भी वोट करता है। इसके अलावा पार्टी का पूरा जोर पश्चिम बंगाल चुनावों पर है जहां उसने लोकसभा चुनाव में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। बीजेपी को लग रहा है कि भड़काऊ बयानबाजी से मुस्लिम मतदाता नाराज हो सकते हैं और इसका खामियाजा पश्चिम बंगाल चुनाव में उसे उठाना पड़ सकता है। पश्चिम बंगाल में दो करोड़ मुसलमान रहते हैं जो कई सीटों पर निर्णायक भूमिका में हैं।