मध्य प्रदेश

युवाओं को विश्व-स्तरीय निजी सुरक्षा ट्रेनिंग देने स्थापित होंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संस्थान

भोपाल

युवाओं को निजी सुरक्षा की विश्वस्तरीय ट्रेनिंग देने के लिए प्रदेश में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस संस्थान स्थापित किए जायेंगे। मुख्यमंत्री कमल नाथ की मंत्रालय में गृह एवं पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों एवं निजी सुरक्षा के सर्वोच्च संगठन सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश और दुनिया में निजी सुरक्षा की माँग बढ़ी है। यह आज रोजगार के सेक्टर में सबसे प्रमुख केन्द्रों में से एक है। इसमें रोजगार की व्यापक संभावनाएँ है। उन्होने कहा कि अगर हमारे प्रदेश के युवाओं को निजी सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न विधाओं का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाए, तो हम उन्हें बेहतर रोजगार उपलब्ध करवा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के बेहतर सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान और सुरक्षा एजेंसियों का अध्ययन कर प्रदेश में ऐसा ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जाए, जिसमें हमारे युवाओं को विश्व-स्तरीय प्रशिक्षण मिल सके। उन्होंने इसके लिए शीघ्र ही एक कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये। कमल नाथ ने बताया कि वर्तमान में देश में 22 हजार सुरक्षा एजेंसियाँ हैं, जिनमें लगभग 80 हजार लोग नौकरी करते हैं।

मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती, प्रमुख सचिव गृह एस.एन. मिश्रा, प्रमुख सचिव कौशल विकास श्रीमती दीपाली रस्तोगी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक निजी सुरक्षा एजेंसी मनीष शंकर शर्मा, सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री के अध्यक्ष विक्रम सिंह, जी4 सुरक्षा एजेंसी के एमडी राजीव शर्मा, चेकमेट के एमडी विक्रम मर्हुकर, राज शेखर एवं सुमीशा डांगे बैठक में उपस्थित थे।

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