नई दिल्ली
पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर सुक्खा काहलवां की जिंदगी पर बनी पंजाबी फिल्म 'शूटर' को लेकर काफी बवाल हो रहा है। ट्रेलर आने के बाद से ही फिल्म विवादों में हैं। अब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फिल्म पर बैन लगाने का आदेश दिया है।
पंजाब में कई संगठन ने इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। आरोप है कि 'शूटर' फिल्म के जरिए अपराध, गैंगस्टर और गन कल्चर को बढ़ावा मिलेगा। फिल्म पर पंजाब सरकार ने अपना रुख साफ करते हुए इसपर बैन लगा दिया है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं साथ ही फिल्म के एक प्रोड्यूसर केवी ढिल्लों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए भी कहा है। ढिल्लों ने साल 2019 में लिखित में दिया था कि वे इस फिल्म को बंद कर देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके बाद पंजाब सरकार ने एक्शन लिया। पंजाब में गन कल्चर को प्रमोट करने वाले गाने बजाने पर रोक है।
गैंगस्टर और शार्प शूटर सुक्खा काहलवां का आतंक पंजाब और आस-पास के प्रदेशों में फैला था। कम समय में सुख्या पंजाब का जाना-माना गैंगस्टर बन गया। साल 2015 में में विक्की गौंडर गैंग ने हाईवे पर रोक कर सुक्खा की हत्या कर दी थी। पुलिस कहलवां को नाभा जेल से जालंधर पेशी के लिए लेकर आई थी। पेशी के बाद पुलिस काहलवां को नाभा जेल वापस लेकर जा रही थी।
जालंधर-फगवाडा हाईवे पर दूसरी ओर से दो लग्जरी गाड़िया आईं और पुलिस की गाड़ी को रोककर तीन सूबों के मोस्ट वांटेड रहे काहलवां पर फिल्मी स्टाइल में गोलियां दाग कर हत्या कर दी थी। काहलवां पर कई हत्या, लूटपाट और जेल से भागने के संगीन मामले दर्ज थे। वह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। सुक्खा जालंधर के गांव काहलवां का रहने वाला था और सबसे पहले उसका नाम लिद्दड़ा डबल मर्डर केस में आया था।