नई दिल्ली
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) के विरोध में 'कागज नहीं दिखाएंगे' का नारा शनिवार को खूब चर्चा में रहा। दरअसल, शाहीन बाग सहित पूरी दिल्ली में लोगों ने पहचान पत्र दिखाते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में यूजर्स ने चुटकी ली कि जो लोग कागज दिखाने से इनकार करते हैं आज वह पहचान पत्र लेकर लाइन में लगे हैं। बीजेपी ने भी इस पर तंज कसा है।
कर्नाटक बीजेपी ने एक विडियो ट्वीट किया है, जिसमें कई मुस्लिम महिला मतदाता लाथ में पहचान पत्र लेकर लाइन में लगी हैं। इस ट्वीट में लिखा गया है कि पहचान पत्र को संभालकर रखें, आपको इसे एनपीआर (नैशनल पॉपुलेशन रजिस्टर) की प्रक्रिया के दौरान दिखाना होगा। ट्वीट में सबसे पहले लिखा गया है, 'कागज नहीं दिखाएंगे हम!!!'
गौरतलब है कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में शामिल अधिकतर लोगों का कहना है कि उनके पास कागजात नहीं हैं। केंद्र सरकार सीएए और एनआरसी के जरिए उनकी नागरिकता छीनने की कोशिश कर रही है। सरकार के कदम का विरोध करते हुए उन्होंने 'कागज नहीं दिखाएंगे हम' का नारा दिया था। अधिकतर पोस्टर, बैनर पर भी यह लिखा होता है। हालांकि, ये लोग जब शनिवार को वोटर कार्ड लेकर वोटिंग के लिए पहुंचे तो यह पूछा जाने लगा कि अब इनके पास कागज कहां से आए और क्यों दिखा रहे हैं?