छत्तीसगढ़

स्वर्ण प्राशन से बच्चों में दूर होगा कुपोषण, आयुर्वेदिक अस्पताल में 8 को पिलाई जाएगी खुराक

रायपुर
मासूमों बच्चों के लिए जानलेवा साबित होने वाली कई बीमारियों के बचाव के लिए राजधानी की सरकारी आयुर्वेदिक अस्पताल ने स्वर्ण प्राशन नाम की एक औषधि का निर्माण किया है, जो कारगर औषधि है। यह दवा छह महीने से लेकर 16 साल तक के बच्चों को  8 फरवरी को सुबह 9 बजे से 1 बजे तक पिलाई जाएगी।

अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीके जोशी ने बताया कि स्वर्ण-प्राशन एक आयुवेर्दीय रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की विधि है। जिस प्रकार एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति में बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण प्रयोग किया जाता है उसी प्रकार आयुर्वेद में इसका उपयोग किया जाता है। पुष्य नक्षत्र में इस दवा का प्रभाव और बढ़ जाता है। स्वर्ण का प्रयोग आयुर्वेद में रोगों को दूर करने और बुढ़ापे का असर कम करने के लिए लंबे समय से किया जा रहा है। उसी के तहत यहां स्वर्ण-प्राशन कराया जा रहा है।

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