रायपुर
पंचायत चुनाव में कांग्रेस को अच्छी सफलता मिली है। कांग्रेस का करीब डेढ़ जिला पंचायतों में अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। जबकि भाजपा का जशपुर, बस्तर, कोरिया और बलरामपुर जिला पंचायत में अध्यक्ष बनना तय है। जबकि राजनांदगांव सहित कुछ अन्य जगहों पर बराबरी की टक्कर हैं।
पंचायत चुनाव के तीसरे चरण के बाद जिला और जनपदों की तस्वीर साफ होती दिख रही है। कुछ जगहों पर गिनती अभी भी चल रही है। अब तक जो रूझान सामने आए हैं, उनमें से कांग्रेस को ज्यादातर जिलों में सफलता मिली है। कांग्रेस का सरगुजा, सूरजपुर, रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, दुर्ग, बालोद, धमतरी, महासमुंद, कवर्धा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा और कोंडागांव व कांकेर जिला पंचायत में कब्जा होना तय है। इन जिलों के जिला पंचायतों में कांग्रेस को बढ़त मिली है।
भाजपा को बस्तर जिले के अलावा जशपुर, कोरिया और बलरामपुर में सफलता मिली है। बेमेतरा में भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्यों की संख्या थोड़ी ज्यादा है। ऐसे में यहां जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए भाजपा को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। भाजपा-कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को चुनाव हार का सामना करना पड़ा है, जबकि कई जीतकर आए हैं। सरगुजा में कांग्रेस को एकतरफा सफलता मिली है। यहां भाजपा का सुपड़ा साफ हो गया है। सरगुजा के 14 में से 13 जिला पंचायत सदस्य कांग्रेस समर्थित है। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि इस बार पिछले चुनाव की तुलना में बड़ी जीत मिलने जा रही है और ज्यादातर जिला पंचायतों में कांग्रेस को बहुमत मिला है।