नई दिल्ली
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में 'गोली मारो…' वाले विवादित बयान को लेकर मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया. ओवैसी ने कहा कि आज गोली मारो जैसे नारे लगाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि देश के गद्दारों को मारो कहा जाता है. ओवैसी ने कहा, "मुझे मारो गोली मैं मरने को तैयार हूं." ओवैसी ने कहा कि ये लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं. भारत को हिटलर का देश बनाना चाहते हैं.
NPR होगा तो NRC भी होगा
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि एनपीआर होगा तो एनआरसी भी होगा. दोनों में कोई अंतर नहीं है. आज नहीं तो कल होगा, कल नहीं तो परसों होगा.
ओवैसी ने कहा कि क्या पीएम ये बताएंगे कि एनपीआर और एनआरसी एक ही सिक्के के दो पहलू नहीं हैं. उन्होंने कहा कि एनपीआर होगा तो एनआरसी होगा. उसमें आठ नये सवाल क्यों डाला जा रहा है.
'CAA नागरिकता लेता भी है'
औवैसी ने कहा कि CAA नागरिकता देता है और लेता भी है. असम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आप बंगाली हिन्दू को नागरिकता देना चाहते हैं. जबकि असम के 5 लाख मुसलमानों को नागरिकता नहीं देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ये पहला कानून है जिसमें मजहब का नाम लेकर कानून बनाया गया.
'घुसपैठिया नहीं घुसपैठियों का बाप हूं'
ओवैसी ने कहा कि मैं घुसपैठिया नहीं घुसपैठियों का बाप हूं. पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि देश का इतना पावरफुल होम मिनिस्टर है, तीन-तीन गोलियां चली हैं, यह कानून व्यवस्था है आपकी. ओवैसी ने कहा, "गोली मारो देश के गद्दारों को…मारो गोली मुझको…मुझे मारो गोली…मैं मरने को तैयार हूं…यह संविधान को खत्म करना चाहते हैं. यह भारत को हिटलर का देश बनाना चाहते हैं." ओवैसी ने कहा कि इस राज में सत्ता का केंद्रीकरण हुआ है जो लोकतंत्र के लिए खतरा है.
ओवैसी ने कहा कि पीएम ने खुद कहा था कि वे मुस्लिम महिलाओं के भाई हैं आज मुस्लिम महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं तो भाई को नाराजगी क्यों है. ओवैसी ने कहा कि देश में आज का माहौल 1933 के जर्मनी और 1938 के जर्मनी जैसा है.