विदेश

करॉना वायरस का गढ़ कहे जाने वाले वुहान के नागरिक अपने ही देश में ‘अछूत’ बन गए हैं

गुआंगझाऊ
दुनियाभर में महामारी का रूप लेते जा रहे करॉना वायरस को किसी भी तरह से रोकने की चीन की हताशाभरी कवायद खुद उसके नागरिकों के लिए गंभीर संकट सबब बनती जा रही है। इस वायरस का गढ़ कहे जाने वाले वुहान के नागरिक अपने ही देश में 'अछूत' बन गए हैं। यही नहीं वुहान के लोगों की तलाश के लिए चीन सरकार ने इनाम घोषित कर रखा है जो एक पड़ोसी को दूसरे का 'दुश्‍मन' बनाता जा रहा है। हालात यहां तक खराब हैं कि वुहान के जिन लोगों में इस वायरस के लक्षण नहीं हैं, उन्‍हें भी जबरन बाहर किया जा रहा है।

अमेरिकी अखबार न्‍यूयार्क टाइम्‍स की र‍िपोर्ट के मुताबिक हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान चीन के राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग का गृह जनपद है लेकिन यह शहर अब भूतिया जंगल में बदल गया है। वुहान से करॉना वायरस की शुरुआत के बाद अब तक चीन में 420 लोगों की मौत हो गई है और पूरी दुनिया में खौफ का माहौल है। हालात यहां तक खराब हो गए हैं कि वुहान के लोग अपने ही देश चीन में 'अछूत' बनते जा रहे हैं।

सर्विलांस नेटवर्क से वुहान के लोगों को तलाश रही सरकार
चीन के लाखों लोग अपने घर नहीं जा पा रहे हैं क्‍योंकि उन्‍हें यह डर सता रहा है कि वे इस रहस्‍यमयी बीमारी के वाहक बन सकते हैं। करॉना वायरस को रोकने के लिए चीन सरकार ने पूरे देश में सर्विलांस नेटवर्क बना रखा है जो चेहरे को पहचान करने वाली तकनीक और उच्‍च क्षमता के कैमरों से लैस हैं। इससे हर जगह नागरिकों की न‍िगरानी की जा रही है। यही नहीं सरकार कई ऐसे जाल बिछा रही है ताकि लोग उसमें फंस जाएं। इसके अलावा पड़ोसियों से कहा जा रहा है कि वे अपने आसपास के लोगों के बारे में सूचना दें।

दरअसल, चीन सरकार की इस पूरी कवायद का मकसद यह है कि वुहान के जो लोग नए साल पर शहर छोड़कर देश के अन्‍य हिस्‍सों में गए हैं, उन्‍हें तलाश कर पकड़ा जा सके। झेंगझियांग प्रांत के रहने वाले लिनहाई को सरकारी अधिकारियों ने 5 दिन बाद खोज निकाला। लिन ने बताया कि वह खुद ही सबसे अलग रह रहे हैं। सरकारी अधिकारियों ने उनसे उनकी निजी जानकारी ली लेकिन बाद में वह ऑनलाइन लीक हो गई। इसके अलावा वुहान से लौटे नागरिकों की लिस्‍ट भी सोशल मीडिया पर वायरल है।

सरकार ने पड़ोसी को बनाया पड़ोसी का 'दुश्‍मन'
वुहान से लौटे लिनहाई ने जैसे ही सरकारी अधिकारियों को अपनी जानकारी दी, उसके बाद पुलिस उनके घर आ धमकी और उसने लिन के कमरे को जबरन टेप से बंद कर दिया और वहां पर साइन बोर्ड लगा दिया। इस बोर्ड में पड़ोसियों को चेतावनी देते हुए लिखा गया है कि यहां पर वुहान से लौटा व्‍यक्ति रह रहा है। इस बोर्ड में लिखा है कि यदि लिनहाई या उनके परिवार का कोई सदस्‍य घर से बाहर निकलता है तो पड़ोसी इसकी सूचना हॉटलाइन पर दें। चीन के उत्‍तरी प्रांत हेबई में तो वुहान से लौटे लोगों के बारे में बताने पर करीब 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

चीन ने देश के कई हिस्‍सों में आवागमन को पूरी तरह से बंद कर दिया है। कम्‍यूनिस्‍ट देश के इस कदम से दुनिया की इस दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था और बाकी दुनिया के बीच एक वर्चुअल दीवार खड़ी हो गई है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस तरह से लोगों को अलग-थलग करने से फायदे की बजाय लोगों को नुकसान होगा। यही नहीं इससे लोगों का विश्‍वास भी घटेगा और जिन लोगों को यह बीमारी है, वे ऐसी जगह छिपकर रहने लगेंगे जहां से उन्‍हें पकड़ना मुश्किल होगा। चीन में सोशल मीडिया पर कई ऐसी तस्‍वीरें वायरल हैं जिसमें लोग सड़कों को खोद डाल रहे हैं ताकि बाहर के लोग न आने पाएं। कई लोग अपने अपार्टमेंट और घरों को चारों तरफ से लॉक कर दे रहे हैं।

अधिकारियों ने घर को बना दिया 'जेल'
चीन के पूर्वी प्रांत जिआंगसू में सरकारी अधिकारियों ने हाल ही में वुहान से लौटे एक परिवार को लोहे के पोल गाड़कर उन्‍हें अपने ही घर में 'कैद' कर दिया है। अब खाने के लिए ये लोग पड़ोसियों की दया पर निर्भर हैं। पड़ोसी उन्‍हें रस्सियों के जरिए खाना पहुंचाते हैं। स्थिति इतनी खराब है कि वुहान के लोगों को होटल या र‍िश्‍तेदारों के यहां रहने की जगह नहीं मिल रही है। उन्‍हें दर-ब-दर भटकना पड़ रहा है।

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