भोपाल
प्रदेश के अफसरों ने अब मुख्यमंत्री कमलनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश की प्रोफाइल बदलने की कवायद शुरु कर दी है। इसी दिशा में हस्तशिल्प और हाथकरघा आयुक्त ने प्रयास शुरु कर दिए है। देश के छह प्रमुख स्थानों पर प्रदेश के हस्तशिल्प एवं हाथकरघा उत्पादों की ब्रांडिंग करने राज्य सरकार मृगनयनी उत्सव बनाएगी और मेलों का आयोजन करेगी।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अफसरों से कहा था कि प्रदेश का प्रोफाइल देशभर में बदला नजर आए इसके लिए प्रयास करे और केन्द्र से राज्य के लिए अधिक से अधिक फंड जुटाएं। इस दिशा में काम करते हुए कोशिशें की जा रही है। केन्द्र सरकार से पिछले साल प्रदेश को 67 लाख रुपए हस्तशिल्प और हाथकरघा के लिए मिले थे इस साल यह राशि दुगनी से अधिक हो गई है। इस साल 167 लाख रुपए प्राप्त हुए है। प्रदेश की शो केसिंग की जाएगी। कन्याकुमारी, काकीनाड़ा, गुंटूर और मैसूर सहित छह बड़े स्थानों पर प्रदेश के हस्तशिल्प और हाथकरघा शिल्पियों के उत्पादों का पूरा मेला लगाया जाएगा। इन मेलों में मृगनयनी उत्सव बनाए जाएंगे। इस मेले में सभी स्टाल प्रदेश सरकार के होंगे। इसमें प्रदेश के सभी अंचलों की कला और संस्कृति, हस्तशिल्पों की झलक देखने को मिलेगी।
हस्तशिल्प और हाथकरधा आयुक्त कार्यालय प्रदेश के हस्तशिल्पियों, कलाकरों, चित्रकारों, बुनकरों, साहित्यकारों, पत्रकारों को सम्मानित करने की कड़ी में प्रदेश में लगने वाले मेले, प्रदर्शनी और आयोजनों का उद्घाटन इनसे कराया जा रहा है। इसी कड़ी में गौहर महल में गांधी शिल्प बाजार का उद्घाटन पद्मश्री रमेश चंद्र शाह के हाथों कराया गया है।