नई दिल्ली
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग ने महेंद्र सिंह धोनी पर आरोप लगाया है कि कई बार उनके और टीम मेंबरों के बीच संवादहीनता जैसे हालात हो जाते थे। इसके कारण धोनी बिना टीम के खिलाड़ियों को विश्वास में लिए फैसले ले लेते थे। मौजूदा क्रिकेट मैनेजमेंट की चर्चा करते हुए सहवाग ने कहा कि कई बार ऐसा हुआ कि धोनी और टीम के सदस्यों के बीच कम्युनिकेशन गैप पैदा हुआ था।
सहवाग ने साल 2012 के एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा कि धोनी ने एक मौके पर कहा था कि सहवाग, सचिन तेंडुलकर और गौतम गंभीर को टॉप ऑर्डर में इसलिए रोटेट किया जा रहा है क्योंकि वे फील्ड पर स्लो हैं। लेकिन यह बात उन्होंने कभी ड्रेसिंग रूम में नहीं कही।
ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र किया
हमारी सहयोगी वेबसाइट क्रिकबज को दिए इंटरव्यू में सहवाग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर धोनी ने मीडिया के सामने हम तीन टॉप बल्लेबाजों को स्लो कहा लेकिन ड्रेसिंग रूम में हमसे कभी इस पर चर्चा तक नहीं की।
ऋषभ पंत को बार-बार बाहर बैठाने से नाखुश
सहवाग युवा बल्लेबाज और विकेट कीपिंग में धोनी के उत्तराधिकारी कहे जाने वाले ऋषभ पंत को बार-बार मैदान से बाहर बैठाने पर नाखुशी जताते हुए कहा, 'मुझे उम्मीद है कि कोहली और ऋषभ पंत के बीच धोनी और मुझसे बेहतर कम्युनिकेशन होगा।'