नई दिल्ली
भारतीय रेलवे काफी बड़ा बड़ा नेटवर्क है। बजट में इसे लेकर जो घोषणाएं होती हैं काफी अहमियत रखती हैं। आइए जानें इस बार बजट में रेलवे को क्या-क्या मिला। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि 550 रेलवे स्टेशनों पर वाई फाई सुविधा दी गई है। उन्होंने कहा, 27 हजार किलोमीटर रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने पांच नए उपायों की बात की। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में 2020 का आम बजट प्रस्तुत करते हुए कहा कि तेजस जैसी और ट्रेनों के माध्यम से प्रसिद्ध स्थलों को जोड़ने की भारत सरकार की योजना है।
वित्त मंत्री ने कहा…
- 4 स्टेशनों का रीडिवेलपमेंट होगा
- सोलर पावर ग्रिड रेल पटरी के किनारे बनेगा
- 150 ट्रेनें पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए शुरू होंगी।
- तेजस जैसी कई ट्रेनें चलाई जाएंगी।
- 148 किलोमीटर बेंगलूरू ऊपनगरीय ट्रेन सिस्टम बनेगा, केंद्र सरकार 25 पर्सेंट पैसा देगी।
- इन उपायों पर 18 हजार 600 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
क्या थीं उम्मीदें
इस बार के बजट में रेलवे को मिलने वाली आर्थिक मदद में 10 से 15 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी होने की उम्मीद की जा रही थी। इसके अलावा, रेलवे में निजी निवेश बढ़ाने पर कई कदमों की घोषणा की भी उम्मीद थी। इसके साथ 50 स्टेशनों को प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर उसमें वर्ल्ड क्लास की सुविधाएं बनाने की घोषणा के भी कयास लगाए जा रहे थे। सूत्रों का मानना था कि इस बार रेलवे ने वित्त मंत्रालय से करीब एक लाख करोड़ रुपये की बजटीय सहायता मांगी, मगर वित्त मंत्रालय, रेलवे को 75,000 करोड़ रुपये से 80,000 करोड़ रुपये तक बजटीय सहायता दे सकता है। इस बार के बजट में रेलवे में निजी निवेश बढ़ाने के लिए कई योजनाओं का ऐलान भी किया जा सकता है। पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल में कई तरह के बदलाव किए जा सकते हैं, ताकि रेलवे में निजी निवेश को बढ़ावा मिले।
पिछले बजट में क्या मिला था
पिछले साल के बजट में रेलवे को 65,873 करोड़ रुपये की बजटीय सहायता दी गई थी।