नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक ग्राम विकास अधिकारी ने भारतीय किसान यूनियन के एक नेता और 2 ग्राम प्रधानों द्वारा उत्पीड़न किए जाने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. मऊ जिले के रहने वाले त्रिवेंद्र कुमार लखीमपुर खीरी जिले की कुम्भी गांव में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात थे. त्रिवेंद्र कुमार की जेब से बरामद हुए सुसाइड नोट में उन्होंने दो प्रधानों और किसान यूनियन के नेता द्वारा उत्पीड़न का जिक्र किया है.
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश कुमार सिंह और श्यामू शुक्ला उनको मंच पर बुलाते हैं और फिर अपशब्द कहते हैं. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है.
बीते दिनों लखीमपुर खीरी जिले के कुंभी ब्लॉक के अमीन नगर में एक किसान पंचायत के दौरान भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह और जिला अध्यक्ष श्यामू शुक्ला के नेतृत्व में बैठक चल रही थी. इसी दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने त्रिवेंद्र कुमार को मंच पर बुलाकर उनका अपमान किया.
इन्हीं सब बातों से आहत होकर त्रिवेंद्र कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. त्रिवेंद्र कुमार की आत्महत्या से गुस्साए ग्राम विकास अधिकारियों ने कलम बंद हड़ताल की घोषणा करते हुए मृतक को न्याय दिलाने की मांग की है. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
मामले को लेकर जिलाध्यक्ष (ग्राम विकास अधिकारी संघ लखीमपुर खीरी) विजय शर्मा ने कहा कि त्रिवेंद्र काफी दिनों से डिप्रेशन में थे. किसान यूनियन के कुछ लोग उन्हें जातिसूचक गालियां देते थे और काफी परेशान कर रहे थे. उसी से त्रिवेंद्र डिप्रेशन में थे. ऐसी दशा में हम लोगों का काम करना संभव नहीं है. हम कलमबंद हड़ताल करेंगे.